देश के कई राज्यों में खास कर उत्तर भारत में इन दिनों मौसम ने करवट ले ली है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी होने से उत्तर के मैदानी इलाकों में पिछले कई दिनों से बारिश का मौसम बना हुआ है और यहीं वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। इतना ही नहीं पश्चिमी यूपी के कुछ शहरों में जहां ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है वहीं कुछ राज्यों में तो रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। आज भी पश्चिमी यूपी के कई शहरों में भारी बारिश कीसंभावना जताई गई है।
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पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही तेज़ हवाओं के साथ जबरदस्त बरसात ने लोगों के परेशानी की सबब बन रही है। तेज़ हवाओं के साथ हो रही बारिश के बाद तापमान में गिरावट ने लोगों को घरो में क़ैद होने को मजबूर कर दिया है। शहर की अगर बात करें तो अधिकांश इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है। कई लोगों के तो दुकान और मकान में भी पानी भर गया। जिसकी वजह से आलम ये है कि शहरवासियों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है।
पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही तेज़ हवाओं के साथ जबरदस्त बरसात ने लोगों के परेशानी की सबब बन रही है। तेज़ हवाओं के साथ हो रही बारिश के बाद तापमान में गिरावट ने लोगों को घरो में क़ैद होने को मजबूर कर दिया है। शहर की अगर बात करें तो अधिकांश इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है। कई लोगों के तो दुकान और मकान में भी पानी भर गया। जिसकी वजह से आलम ये है कि शहरवासियों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है।
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पश्चिमी यूपी के भी नोएडा गाजियाबाद, मेरठ, मुज़फ्फरनगर समेत मुरादाबाद में लगातार तीन दिनों से रुक रुक हो रही बारिश ने लोगों को काफी परेशान किया है। मुज़फ्फरनगर में तो जबरदस्त बरसात ने रविवार की देर रात को एक गरीब परिवार के आशियाने को धराशाही कर दिया। जिसके बाद इस मौसम में उनके सामने सिर ढकने के लिए छत की मुसिबत आ गई है।
पश्चिमी यूपी के भी नोएडा गाजियाबाद, मेरठ, मुज़फ्फरनगर समेत मुरादाबाद में लगातार तीन दिनों से रुक रुक हो रही बारिश ने लोगों को काफी परेशान किया है। मुज़फ्फरनगर में तो जबरदस्त बरसात ने रविवार की देर रात को एक गरीब परिवार के आशियाने को धराशाही कर दिया। जिसके बाद इस मौसम में उनके सामने सिर ढकने के लिए छत की मुसिबत आ गई है।
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दरअसल मुज़फ्फरनगर की शहर कोतवाली क्षेत्र के मिमलाना रोड निवासी अहसान मजदूरी कर अपने गरीब परिवार का भरण पोषण करता है। अहसान ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके मकान की छत कमजोर हो रही थी। जिसके चलते प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत उसने अपने मकान की मरम्मत करने के लिए आवेदन भी किया था। लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई और आखिर में जिसका उसे डर था वो ही घटना उसके साथ घट गई। बारिश से भरभरा कर घर गिरने से मकान में रखा सारा सामान मलबे में दबकर बर्बाद हो गया। हालाकि गानिमत रही की घटना के समय परिवार का कोई भी सदस्य मकान में नहीं सोया हुआ था। घटना के बाद से ही परिवार शासन-प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए बैठा है, लकिन अभी तक किसी भी तरह की कोई मदद नहीं पहुची है।
दरअसल मुज़फ्फरनगर की शहर कोतवाली क्षेत्र के मिमलाना रोड निवासी अहसान मजदूरी कर अपने गरीब परिवार का भरण पोषण करता है। अहसान ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके मकान की छत कमजोर हो रही थी। जिसके चलते प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत उसने अपने मकान की मरम्मत करने के लिए आवेदन भी किया था। लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई और आखिर में जिसका उसे डर था वो ही घटना उसके साथ घट गई। बारिश से भरभरा कर घर गिरने से मकान में रखा सारा सामान मलबे में दबकर बर्बाद हो गया। हालाकि गानिमत रही की घटना के समय परिवार का कोई भी सदस्य मकान में नहीं सोया हुआ था। घटना के बाद से ही परिवार शासन-प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए बैठा है, लकिन अभी तक किसी भी तरह की कोई मदद नहीं पहुची है।