नोटबंदी: बेटे की शादी के लिए नहीं मिले रुपयेे तो किसान ने खाया जहर
बेटे की शादी काफी धूमधाम से करना चाहता था मृतक
मुजफ्फरनगर. नोटबंदी की वजह से मौतों का रुकना कम नहीं हो रहा है। खासकर उन लोगों की मौत हो रही हैं जो अपने बेटी-बेटों के लिए खास काम के लिए रुपये के लिए बैंकों की लाइन में लगे हुए हैं। अब मुजफ्फनगर में एक नया मामला सामने आया है। जहां एक किसान ने इसलिए जहर खाकर जान दे दी, क्योंकि वो अपने बेटे की शादी के लिए बैंक से रुपये नहीं निकाल सका। पूरे घर में मातम का माहौल छाया हुआ। वहीं दूसरी ओर एक व्यक्ति ने अपने घर चार बारातियों को बुलाकर सामान्य भोजन खिलाकर शादी कर दी है।
मुजफ्फरनगर के साधपुर गांव के 48 वर्षीय एक किसान ने अपने बेटे की शादी के लिए बैंक से नकद नहीं निकाल पाने के कारण जहर खाकर कथित तौर पर खुदकुशी कर ली। किसान सतीश कुमार को रविवार को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उनके परिवार ने बताया कि बैंक की लंबी कतारों में खड़ा रहने के बाद भी शादी के लिए नोट नहीं निकाल पाने पर वह बहुत चिंतिंत थे। वह तनाव में थे कि बिना पैसे के बेटे की शादी कैसे हो पाएगी। अब पूरे घर में मातम छा गया है।
कई दिनों से काट रहा था चक्कर
परिजनों ने बताया कि सतीश कई दिनों से बैंक के चक्कर काट रहा था। बेटे की शादी का कार्ड भी दिखा दिया था। कई अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद भी उसे रुपये नहीं मिल पा रहेे थे। काफी परेशान हो चुके सतीश को जहर देकर जान देना बेहतर लगा। परिजनों के अनुसार सतीश अपने बेटे की शादी काफी धूमधाम से करना चाहता था, लेकिन रुपयों का कोई इंतजाम नहीं कर सका।
अब तक कई लोगों की हो चुकी है मौत
अगर बात वेस्ट यूपी करें तो बागपत, बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ और आसपास के कई जिलों में नोटबंदी में बैंकों की लाइन में लगे होने के कारण मौत हो चुकी है। वहीं कई जगहों पर हॉस्पिटल में नए नोटों की करंसी का इंतजाम ना होने की वजह से इलाज में देरी के कारण मौत हो चुकी है। ताज्जुब की बात तो ये है कि केंद्र की ओर से इस ओर अभी तक ध्यान नहीं दिया गया है। आपको बता दें प्रदेश सरकार की ओर से नोटबंदी की वजह से मरने वालों को 2 लाख रुपए का मुआजना देने का ऐलान किया था।