जैन संत ने आपस में मिलजुल कर रहने, बच्चों को मन्दिर, उपाश्रय सहित धार्मिक स्थलों से जोड़ने, आत्मकल्याण में काम आने वाली कमाई यानि परमात्मा स्मरण करने की बात कही। इस अवसर पर मोक्षानन्द महाराज ने कहा कि संत आत्मा को परमात्मा से मिलाने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। प्रत्येक परिवार, महिलाएं, बच्चे मन्दिरों और धार्मिक स्थलों व संघ से जुड़ें। मन्दिर में पूजा स्वयं करें। जैन संत ने कहा कि मन्दिर, उपाश्रय सहित विभिन्न धार्मिक स्थल पूर्वजों की देन है। पूर्वजों से मिली इस विरासत को सम्भाल कर रखते हुए आने वाली पीढ़ियों को सौंपना हमारा फर्ज है। इस अवसर पर प्रन्यास प्रवर धर्मशील विजय महाराज, साध्वी पूर्ण प्रज्ञा ने भी विचार व्यक्त किए। गौतमचन्द बुरड़ ने गीतों के माध्यम से श्रोताओं का उत्साहवर्धन किया। वीरेन्द्र सिंघवी, रविन्द्र कुमार बुरड़, शांतिलाल सिंघवी, राजेश बुरड़, अरिहंत सिंघवी सहित काफी श्रावक श्रविकाओं ने प्रवचन लाभ लिया।
सिंघवी परिवार ने लगाई कामली की बोली
नित्यानन्द महाराज एवं संतों न साध्वीवृंद के मंगल प्रवेश के अवसर पर आयोजित धर्मसभा में संतों व साध्वियों को कामली ओढ़ाने की सर्वाधिक बोली का लाभ कमला देवी नेमीचंद सिंघवी परिवार कुचेरा (चेन्नई) को मिला।
सिंघवी परिवार ने लगाई कामली की बोली
नित्यानन्द महाराज एवं संतों न साध्वीवृंद के मंगल प्रवेश के अवसर पर आयोजित धर्मसभा में संतों व साध्वियों को कामली ओढ़ाने की सर्वाधिक बोली का लाभ कमला देवी नेमीचंद सिंघवी परिवार कुचेरा (चेन्नई) को मिला।
गाजे बाजे के साथ नगर प्रवेश बुधवार सुबह नित्यानंद सूरीश्वर महाराज सहित जैन संतों व साध्वीवृंद का गाजे बाजे के साथ नगर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ।
कार्यकारिणी का गठन
इस अवसर पर महाराज की पावन निश्रा में जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपागच्छ संघ कुचेरा की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें गौतमचंद बुरड़ को अध्यक्ष, वीरेंद्र सिंघवी को महामंत्री, अशोक रांका को कोषाध्यक्ष, शांतिलाल सिंघवी, विमल भंडारी, विमल बुरड़, धर्मेश कांकरिया, मंगलचंद सिंघवी, हुलासचंद सिंघवी व अनिल बोथरा को सदस्य बनाया गया।संतों के सानिध्य में मूर्तिपूजक उपाश्रय का भूमिशुद्धिकरण किया गया।
कार्यकारिणी का गठन
इस अवसर पर महाराज की पावन निश्रा में जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपागच्छ संघ कुचेरा की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें गौतमचंद बुरड़ को अध्यक्ष, वीरेंद्र सिंघवी को महामंत्री, अशोक रांका को कोषाध्यक्ष, शांतिलाल सिंघवी, विमल भंडारी, विमल बुरड़, धर्मेश कांकरिया, मंगलचंद सिंघवी, हुलासचंद सिंघवी व अनिल बोथरा को सदस्य बनाया गया।संतों के सानिध्य में मूर्तिपूजक उपाश्रय का भूमिशुद्धिकरण किया गया।