एनजीटी के आदेशों के बाद भी सांभर साल्ट की ओर से झील क्षेत्र में बोरवेल खुदाई करवाई जा रही है। सांभर साल्ट के अधिकारियों से जब बोरवेलों के खिलाफ पड़ताल की गई तो अस्सी बोरवेल करवाने के आदेश होने की बात कही गई। आदेशों की आड में सांभर साल्ट झील क्षेत्र में बोरवेल करवाकर निजी किराएदारों को अलोट कर रही है। जिससे कुछ नमक उत्पादक सांभर साल्ट के एलोट क्यार के अलावा अपने निजी क्यार भी चला रही है तथा झील से पानी का जमकर दोहन कर रहे है। सांभर साल्ट ने गत दो रातों में लगभग सात बोरवेल करवाए है। यदि सांभर साल्ट के अधिकारियों के पास बोरवेल करवाने के आदेश भी है तो रात के अंधेरे में चोरी छुपे बोरवेल करवाने की आवश्यकता क्यूं है।
झील क्षेत्र में खुदवाए अवैध कैनाल
हाल में सांभर साल्ट के अधिकारियों ने झील क्षेत्र में गहरे व बड़े कैनाल खुदवाए हैं। सांभर साल्ट ने सांभर नावां सीमा पर लगभग सौ मीटर लम्बे व बीस मीटर गहरे कैनाल खुदवाकर एलोट क्यार में पानी की पूर्ति कर रहे है। सांभर साल्ट के किराएदारों ने अतिक्रमण करने के साथ ही झील में जगह जगह कैनाल खुदवाकर झील के सौन्दर्य को खत्म कर दिया है। अब इन कैनालों के माध्यम से पानी का दोहन किया जा रहा है।
सांभर उपखण्ड अधिकारी ने लगाई रोक
सांभर झील क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण व कैनाल निर्माण को लेकर सांभर उपखण्ड अधिकारी की ओर से सांभर क्षेत्र में हो रहे अवैध क्यार निर्माण, कैनाल निर्माण व पानी के दोहन को तुरन्त प्रभाव से रोकने के आदेश दिए। शनिवार की शाम सांभर उपखण्ड अधिकारी ने झील का निरीक्षण किया तो निर्माण कार्य चालू मिला। सांभर साल्ट के अधिकारियों को तत्काल निर्माण कार्य व सभी मशीनरी को रोकने के आदेश दिए। उन्होंने सांभर साल्ट के अधिकारियों को समस्त कागजात पेश करने व निर्णय आने के बाद कार्य शुरु करने के आदेश दिए। जिसके पश्चात निर्माण कार्य रोक दिए गए।
नहीं की जा रही कार्रवाई झील क्षेत्र में हो रहे निर्माण व बोरवेल खुदाई को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सांभर साल्ट कम्पनी नए अतिक्रमण किए जा रही है तथा बोरवेल व कैनाल की खुदाई करवा रहे है। लेकिन नावां उपखण्ड अधिकारी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्रशासन की ओर से अभी तक अवैध नमक रिफाइनरी के खिलाफ भी कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।