गौरतलब है कि 24 दिसम्बर 2020 को केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राजस्थान में सडक़ों का लोकार्पण करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-89 नया एनएच-62 के नागौर-बीकानेर सेक्शन के किलोमीटर 166 से 172/200 तक (कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तक) 6.2 किलोमीटर की सडक़ को फोरलेन बनाने की घोषणा की थी। घोषणा करने के 9 माह बाद यानी सितम्बर 2021 तक इसकी वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं होने पर राजस्थान पत्रिका ने 17 सितम्बर 2021 को ‘9 माह बाद भी गर्भ में फोरलेन सडक़’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर अभियान की शुरुआत की और सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित कर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित किया। पत्रिका में प्रकाशित समाचारों के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी से बात कर नागौर में फोरलेन बनाने की मांग मजबूती रखी, जिसके बाद दुबारा प्रस्ताव मंगवाकर एनएच ने 16.42 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया।
पीडब्ल्यूडी (एनएच) की ओर से तैयार किए गए प्रस्ताव के अनुसार रोड कार्य की लागत 13.18 करोड़ रुपए आंकी गई है, जबकि पीएचईडी की लाइनें शिफ्ट करने के लिए एक करोड़, 96 लाख, 67 हजार रुपए तथा बिजली लाइन को शिफ्ट करने के कार्य के लिए 85.84 लाख रुपए का खर्च आएगा।
शहर से गोगेलाव तक 6.2 किमी में जहां फोरलेन बनना है, वहां वर्तमान में सडक़ की हालत जर्जर हो चुकी है। इस रोड पर जिले का जेएलएन राजकीय अस्पताल, डीटीओ कार्यालय, रीको, कृषि कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, केन्द्रीय विद्यालय, मॉडल स्कूल सहित अन्य शिक्षण संस्थान एवं सरकारी कार्यालय होने से शहरवासियों के साथ जिलेभर के लोगों का भी आवागमन रहता है। इस सडक़ पर यातायात भार अधिक होने व रोड सेफ्टी की दृष्टि से फोरलेन का निर्माण समय पर कराया जाना आवश्यक है।
शहर के कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तक फोरलेन बनाने के लिए टेंडर जारी कर निविदाएं मांगी गई हैं, आगामी 25 अगस्त को टेंडर खुलेंगे। इसके बाद आवश्यक प्रक्रिया पूरी करके सडक़ निर्माण का कार्य शुरू करवाया जाएगा। फोरलेन सडक़ 21 मीटर चौड़ी होगी, जिसमें करीब डेढ़ मीटर का डिवाइडर भी होगा।
– राहुल पंवार, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी एनएच, नागौर।