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नागौर

Video : घर-घर चैकअप तो दूर अस्पतालों में भी नहीं मिला स्टाफ

एक दिन पहले ही डीडवाना के बांगड़ अस्पताल में अनुपस्थित मिलने पर तीन डॉक्टर व 16 कर्मचारियों को मिले थे नोटिस- डेंगू व वायरल बुखार के प्रकोप के बावजूद गंभीर नहीं है नर्सिंग स्टाफ

नागौरOct 18, 2021 / 10:15 am

shyam choudhary

Nursing staff not found in hospitals of Nagaur

Nursing staff not found in hospitals of Nagaur

नागौर. कोरोना महामारी की जंग जीतने के बाद जिले में तेजी से फैल रहे डेंगू, मलेरिया व वायरल बुखार ने आज हर घर में पैर पसार दिए हैं। स्थिति यह है कि सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में भी बेड फुल हो चुके हैं। ऐसे में जिले को डेंगू मुक्त करने के लिए शनिवार को चिकित्सा विभाग की ओर से शुरू किए गए घर-घर चैकअप अभियान की पोल दूसरे ही दिन यानी रविवार को जिला मुख्यालय के ही दो सरकारी अस्पतालों में खुलती नजर आई। एक तो दवे नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) में लगभग पूरा स्टाफ नदारद मिला, वहीं जिला मुख्यालय के जेएलएन अस्पताल में भर्ती मरीज एवं उनके परिजन एक्स-रे कराने के लिए दोपहर दो बजे तक इंतजार करते रहे, लेकिन कर्मचारी फोन पर पांच मिनट में आने का आश्वासन देते रहे।
जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पतालों की यह स्थिति तब है, जब एक दिन पहले ही चिकित्सा विभाग के मुख्यिा सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने जिलेभर के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण कर मरीजों को उचित उपचार एवं परामर्श देने के लिए चिकित्साकर्मियों एवं चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं। डीडवाना के बांगड़ अस्पताल में अनुपस्थित मिले 3 चिकित्सकों एवं 16 कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के बावजूद चिकित्सक एवं नर्सिंगकर्मी दूसरे ही दिन जिला मुख्यालय पर लापरवाही बरतते दिखे।
संतोषजनक जवाब तक नहीं दिया
पीडब्ल्यूडी के सेवानिवृत्त अधिकारी श्रवणराम ने बताया कि रविवार को बुखार आने पर वे दवे नगर पीएचसी डॉक्टर को दिखाने गए, लेकिन वहां दो कर्मचारियों के अलावा कोई नहीं था। डॉक्टर के बारे में पूछने पर बताया कि वे लेट आएंगे। इस पर उन्होंने सीएमएचओ व बीसीएमओ से बात की, लेकिन दोनों ही अधिकारियों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर श्रवणराम थक-हार कर घर चले गए और करीब साढ़े 10 बजे वापस पीएचसी गए, लेकिन तब भी वहां कोई नहीं मिला। उन्होंने बताया कि रजिस्टर में कई कर्मचारियों के हस्ताक्षर सप्ताह भर के नहीं हैं और एक दर्जन से अधिक स्टाफ लगे होने के बावजूद रविवार को कोई नहीं पहुंचा। उन्होंने बताया कि जेएलएन अस्पताल की भीड़ से बचने के लिए मरीज पीएचसी में जाते हैं, लेकिन चिकित्सक व स्टाफ पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं। वे इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से लिखित में करेंगे।
परेशान होते रहे परिजन व मरीज
जेएलएन अस्पताल में एक्स-रे रूम के आगे बैठे मरीजों व परिजनों ने बताया कि सुबह से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कर्मचारी नहीं आए। अपने बच्चे का एक्स-रे कराने आए कैलाश ने बताया कि वे 9 बजे आए तो बोले कि 11 बजे आना। 11 बजे गए तो बोले 12 बजे आना, 12 बजे तक इंतजार किया तो बोले दो बजे आना। यही स्थिति दूसरे मरीजों की थी।
अनबन है, इसलिए सीएमएचओ के अधीन
दवे नगर पीएचसी अनबन है, इसलिए वो सीधे सीएमएचओ के अधीन है।
– डॉ. रतनाराम बिडियासर, बीसीएमओ, नागौर

स्टाफ को पाबंद करेंगे
रविवार होने के चलते डॉक्टर अवकाश पर थे, शेष स्टाफ यदि अनुपस्थित रहा तो उन्हें नोटिस देकर पाबंद करेंगे।
– डॉ. मेहराम महिया, सीएमएचओ, नागौर

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