
माघ शुक्ल पक्ष एकादशी के कारण मंगलवार सुबह से ही धाम पर जातरूओं की भीड़ उमडऩे लगी जो देर रात तक रही। भारी भीड़ के कारण जातरू दर्शन व परिक्रमा लगाने के लिए कतार में अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
बिना परिक्रमा लौटने को मजबूर जातरू
बुटाटी धाम के संत चतुरदास मन्दिर में जातरूओं की भारी भीड़ के कारण महिलाओं, वृद्धों व बच्चें सहित कई जातरूओं को मजबूरी में बिना परिक्रमा लगाए ही लौटना पड़ा। जातरूओं ने बताया कि मन्दिर परिसर में भारी भीड़ के कारण उनकी बारी आने में कई घण्टे लगे तथा वापस गांव जाने की बसोंं का समय हो जाने के कारण उन्हें बिना परिक्रमा लगाए बाहर से दर्शन करके ही लौटना पड़ा।
जमकर हुई खरीदारी
बुटाटी धाम पर जातरूओं की भीड़ के कारण जमकर खरीदारी हुई। महिलाओं ने सौंदर्य प्रसाधन, घरेलू उपयोग के सामान, सजावटी सामान, मिट्टी, स्टील व एल्यूमिनियम के बर्तन, बच्चों के लिए खिलौने, मिठाइयां आदि खरीदी। वहीं किसानों ने जैई व अन्य कृषि उपकरणों की खरीददारी की।
वाहन चालकों की बल्ले बल्ले
जातरूओं की भीड से बुटाटी धाम से निकलने वाले नागौर अजमेर सहित बुटाटी से जयपुर, जोधपुर, फलोदी, बीकानेर, ब्यावर सहित विभिन्न रूटों पर चलने वाली रोडवेज व निजी बसों, जीप, कैम्पर, टैक्सी, टैम्पों आदि में जातरूओं की भीड़ के कारण अच्छा राजस्व मिला। वहीं भारी भीड़ के कारण पूनास, चकढ़ाणी, ईग्यासनी, डारां की ढाणी, सिंधलास, आदि स्टैंडों पर बसें नहीं ठहरने से परीक्षार्थियों व अन्य यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रीभार को नियंत्रित करने के लिए निजी बस संचालकों ने मेड़ता सिटी से बुटाटी तक विशेष बसें चलाई।
Published on:
08 Feb 2017 12:01 am
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