इधर, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल MP Hanuman beniwal ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बड़ा बयान दिया है। सांसद बेनीवाल ने कहा कि नर्सिंग कॉलेज के खिलाफ पूर्व में भी शिकायतें प्राप्त हुई हैं, यदि पीडि़त परिवार को न्याय नहीं मिला और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे खुद मौके पर जाएंगे। वहीं अस्पताल में परिजनों के समर्थन में भीड़ बढ़ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ ही देर में रालोपा से भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग व मेड़ता विधायक इंदिरा बावड़ी भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि छात्रा का शव जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है और बाहर छात्रा के परिजनों एवं ग्रामीण निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
माडपुरा निवासी छात्रा के ताऊ बाबूलाल ने पत्रिका को बताया कि छात्रा की मौत मामले में कॉलेज प्रशासन की भूमिक संदिग्ध है। घटना से पहले छात्रा ने घर पर अपनी मां से बात की थी और किसी युवक द्वारा उसे परेशान करने की बात कही थी, जिसके छात्रा की मां ने कॉलेज के स्टाफ से बात कर मामला शांत करने के लिए कहा, लेकिन शाम को कॉलेज से फोन आया कि आपकी बच्ची आत्महत्या कर रही है, फिर दो मिनट बाद फोन आया कि बच्ची ने आत्महत्या कर ली है। इसके बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही कॉलेज प्रशासन ने बॉडी उतारकर अस्पताल में रखवा दी, इससे मामले में संदिग्धता नजर आ रही है। परिजनों ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों का कहना है कि जब तक दूध का दूध और पानी का पानी नहीं हो जाता, तब तक वे शव नहीं उठाएंगे और न ही पोस्टमार्टम करवाएंगे।
पुलिस के अनुसार नर्सिंग कॉलेज में प्रशिक्षण ले रही प्रथम वर्ष की छात्रा खींवसर क्षेत्र के माडपुरा निवासी बिंदु चौधरी पुत्री वीरेंद्र चौधरी ने शुक्रवार रात करीब 9 बजे हॉस्टल के कमरे में दुपट्टे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। कोतवाली थानाधिकारी मुकुट बिहारी मीणा ने बताया कि छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में पंखे के दुपट्टे का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने कमरे से एक मोबाइल, डायरी व अन्य सामग्री अपने कब्जे में लेकर कमरे को सील करवा दिया है।
सूत्रों के अनुसार छात्रा ने किसी मामले को लेकर हॉस्टल प्रबंधक को पांच दिन पहले शिकायत की थी। बताया जा रहा है कि छात्रा ने दिन में परिजनों से फोन पर बात कर उनको भी मामले से अवगत कराया था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि शिकायत किस प्रकार व किस स्तर की थी। फिलहाल यह पुलिस जांच का विषय है। जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का खुलासा हो सकता है। घटना की जानकारी मिलने पर परिजन भी देर रात नागौर जेएलएन अस्पताल पहुंचे।