जिला कलक्टर के निर्देशानुसार चलाए जा रहे रास्ता खोलो अभियान के तहत नागौर जिले में 5 फरवरी को रास्ते संबंधी 27 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। पत्र एडीएम मनोज कुमार ने बताया कि नागौर तहसील क्षेत्र में 3, मूंडवा में 3, जायल में 5, खींवसर में 3, मेड़ता में 4, डेगाना में 2, नावां में 3 एवं मकराना क्षेत्र में रास्ते से संबंधित 4 प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
अभियान के तहत बेटी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की संकल्पना को साकार करने के लिए जहां खेतों की ओर जाने वाले बंद रास्ते खुलवाए गए, वहां बिटिया गौरव पट्टिका लगाई गई। जिन पर इस साल की मेधावी बेटियों के नाम अंकित किए गए हैं। इन बिटिया गौरव पट्टिका पर हर साल गांव में अच्छा कार्य करने वाली और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली मेधावी बेटियों के नाम बदलकर लिखे जाएंगे, ताकि हर बेटी गौरवान्वित महसूस कर सके और प्रेरणा लें।
कम हुई गांवों की दूरी, 1.9 किलोमीटर लंबाई के दो रास्ते खुलवाए
जिले की डेगाना तहसील के गांव गूंदीसर में तहसीलदार रामनिवास बाना और उनकी राजस्व टीम ने गुंदीसर गांव की रोही में खेतों से दो अलग-अलग रास्ते खुलवाए। सरपंच महेन्द्रसिंह और ग्रामीणों के सहयोग से तहसीलदार बाना और टीम ने खेतों में से दो नए रास्ते खुलवाए, जिनमें से एक की लंबाई 900 मीटर तथा एक की लंबाई एक किलोमीटर रही। खेतों के बीच इन दो नए रास्तों के खुलने से गूंदीसर से नूंद गांव को जोडऩे वाले दो नए रास्ते खुले और जिससे इन गांवों के बीच की दूरी कम हुई। न केवल नूंद बल्कि इन रास्तों के खुलने से गूंदीसर से आसपास के कई गांवों के बीच की दूरी कम हुई है और जिसका सीधा फायदा किसानों को मिलेगा, इसे ईंधन और समय दोनों ही बचत होगी।
रास्ता खोलो अभियान के तहत जायल तहसील के ग्राम भिनियाद की रोही में तहसीलदार पाबूराम भरनावां और उनकी टीम ने खाटू कलां के पुलिस जाप्ते की सहायता से करीब 30 साल से बंद पड़े खेतों के रास्ते को खुलवाया। तहसीलदार पाबूराम ने बताया कि तीन दशक से बंद पड़े इस रास्ते संबंधी प्रकरण का निस्तारण होने से करीब 60 किसान परिवारों को लाभ मिलेगा, उन्हें अपने-अपने खेत में जाने के लिए अब लंबा रास्ता तय नहीं करना पड़ेगा।