टे्रक्टर की टक्कर से हुआ हादसा, माता-पिता के साथ थे दो बच्चे टेम्पो में सवार
नागौर
Published: May 09, 2022 05:52:45 pm
लाडनूं. रविवार को हुई एक सडक़ दुर्घटना में महिला की मौत हो गई, पति गम्भीर घायल हो गया। जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा जिले के मोखमपुरा गांव निवासी एक परिवार प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में शेक व आईसक्रीम की गाड़ी लगाकर पंजाब में कमाने जाते हैं। इस बार भी वे अपने गांव से पंजाब गए थे, लेकिन कारणवश वापस लौट रहे थे। इसी दौरान लाडनूं से डीडवाना के बीच ग्राम शिमला के पास ट्रेक्टर की टक्कर लगने से टेम्पो में सवार मोहन (45) पुत्र हजारी बेरवा व उसकी पत्नी डाली देवी (40) गम्भीर रूप से घायल हो गए तथा पुत्र मनोज (9) तथा बबलू (7) को भी चोटें आई।
घटना की जानकारी मिलने पर घायलों को लेने 108 एम्बुलैंस रवाना तो हुई लेकिन उसके पहुंचने से पहले एक कार चालक ने मानवता दिखाते हुए गम्भीर घायल डाली देवी को अपने वाहन से राजकीय चिकित्सालय लाडनूं पहुंचाया। इसके पश्चात 108 एम्बुलेंस से अन्य घायलों को अस्पताल लाया गया। घायलों के राजकीय अस्पताल लाने पर यहां डॉ. प्रशांत बेनिवाल ने डाली देवी को मृत घोषित कर दिया। मोहन बेरवा को गम्भीर स्थिति देखते हुए हायर सेंटर रेफर किया। पुलिस ने मृतका का शव मोर्चरी में रखवाया। चौकी प्रभारी दशरथङ्क्षसह चारण ने दोनों गम्भीर घायलों की पहचान नहीं होने पर गाड़ी के नम्बर से उनकी पहचार कर परिवारजनों से फोन पर सम्पर्क कर उन्हें दुर्घटना की जानकारी दी।
माता की मौत व पिता के गम्भीर होने पर बिलखते रहे बच्चे
सडक दुर्घटना में पति-पत्नी के गम्भीर घायल होने पर दोनों बच्चे बिलखते रहे। हॉस्पिटल परिसर में बच्चों की सुध लेने के लिए कोई आगे नहीं आया तो हॉस्पिटल में कार्यरत सहायक कर्मचारी देवाराम सींवर ने रोते हुए बच्चों को चॉकलेट-बिस्किट दिलाकर चुप करवाया। इसके बाद वे ही गम्भीर घायल को हायर सेंटर रेफर भेजने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था करने में जुटे। देवाराम ने सलीम, संजय वर्मा व राजू जाट से मिलकर सामाजिक संस्था नवजीवन वेलफेयर सोसायटी से एम्बुलेंस मंगवाई। इसके डीजल शुल्क के लिए मुमताज चोपदार ने सहयोग करते हुए संस्था द्वारा शुक्ल उठाने की सहमति दिलाई। भीलवाड़ा निवासी दिनेश बेरवा को घटना की जानकारी मिली तो वे अस्पताल पहुंचे। वे लाडनूं में इसी तरह आईसक्रीम का टेम्पो लगाते हैं। हायर सेंटर रेफर करने पर दिनेश उसके साथ गए।
सरकारी प्रयास नहीं होने से लोगों में रोष
सड$क दुर्घटनाओं में अपरिचित अथवा अन्य शहर के निवासी के घायल होने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर करने की स्थिति में फ्री एम्बुलेंस से मरीज को भिजवाने की कोई व्यवस्था नहीं है। रविवार को हुए हादसे में इसी प्रकार की स्थिति सामने आई। गम्भीर घायल होने की स्थिति में स्थानीय चिकित्सक ने मोहन बैरवा को हायर सेंटर रैफर तो कर दिया, लेकिन उसे लेकर जाने की व्यवस्था नहीं कर पाए। उन्होंने इसके लिए पीएमओ को अवगत करवा दिया फिर भी बात नहीं बनी। उपखण्ड अधिकारी को भी फोन पर स्थिति की जानकारी देकर नि:शुल्क एम्बुलेंस की व्यवस्था करवाने की दरख्वास्त की गई, लेकिन व्यवस्था नहीं हो पाई। आखिरकार चिकित्साकर्मी देवाराम सींवर के प्रयास करने पर सामाजिक संस्था से सारी व्यवस्था करवाई गई। इसके अलावा सरकारी अस्पताल में रेफर किए गए मरीज मोहन के घाव पर कार्यरत चिकित्साकर्मियों ने पट्टी भी नहीं की। इस पर भी लोगो ने रोष व्यक्त किया।
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