जागरूकता फैलाने के लिए कर रहा हूं ऐसा
वहीं, प्रभात गढ़वाल ने कहा कि बहुत सारे लोग सीएए के बारे में जानते नहीं हैं। बिना जानें और पढ़ें ही इसका विरोध कर रहे हैं। इसलिए मैंने फैसला किया है कि अपनी शादी के कार्ड पर I Support CAA लिखवाऊं। मैं सीएए के बारे में जागरूकता फैलाना चाहता हूं। लोग के इसके तथ्यों और फैक्ट्स के बारे में समझें। फिर विरोध करें। क्योंकि ज्यादातर लोग सिर्फ सुनी-सुनाई बात पर ही इसका विरोध कर रहे हैं।
परिजनों ने भी किया सपोर्ट
प्रभात को उनके घर के लोग मोनू के नाम से बुलाते हैं। पूरा परिवार शादी की तैयारियों में लीन है। शादी के कार्ड वायरल होने के बाद परिवार के लोगों ने कहा कि विरोध से पहले लोग इसे समझें। अगर फिर भी समझ में नहीं आए तो किसी अच्छे जानकार से इसके बारे में जानकारी लें। सीएए से किसी को कोई नुकसान नहीं है। वहीं, प्रभात के एक और परिजन ने कहा कि कुछ लोग इसके विरोध में सरकारी संपत्ति का नुकसान कर रहे हैं। लोग सीएए के बारे में जानकारी इकट्ठा कर देश की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएं।
देश में लागू हुआ सीएए
दरअसल, केंद्र सरकार के द्वारा सीएए कानून पूरे देश में लागू कर दिया गया है। लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस शासित सरकार इसके विरोध में है। कमलनाथ की सरकार ने यह साफ कर दिया है कि हम अपने यहां यह कानून लागू नहीं करेंगे। हालांकि पिछले दिनों जबलपुर के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यहां रह रहे पांच शरणार्थियों को नागरिकता दे दिया।