scriptमहंगा मिलने लगा रसोई गैस सिलेंडर, सब्सिडी को लेकर असमंजस | LPG cylinders get expensive, confusion over subsidy | Patrika News
नरसिंहपुर

महंगा मिलने लगा रसोई गैस सिलेंडर, सब्सिडी को लेकर असमंजस

हाल ही में सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में 144.5 रुपए की वृद्धि के बाद अब यह सिलेंडर यहां ८८४ रुपए में मिलने लगा है ।

नरसिंहपुरFeb 14, 2020 / 09:43 pm

ajay khare

LPG Gas

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नरसिंहपुर. हाल ही में सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में 144.5 रुपए की वृद्धि के बाद अब यह सिलेंडर यहां ८८४ रुपए में मिलने लगा है । इससे जहां ग्रहिणियों में असंतोष देखने को मिल रहा है वहीं लोग सब्सिडी को लेकर भी असमंजस में हैं । इस साल 1 जनवरी के बाद गैस के दाम नहीं बढ़े थे। पिछले बुधवार से नई दरें लागू होने के बाद शहर में 14 किलो का घरेलू गैस रसोई सिलेंडर अब 884 में मिलने से लोगों को यह महंगा पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक अभी तक 165 सब्सिडी मिलती थी जो अब बढ़कर करीब 300 रुपए दी जाएगी । वर्तमान में सरकार 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है, सरकार 1 वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है। इससे ज्यादा सिलेंडर लेने पर बाजार मूल्य पर खरीदना पड़ता है । हालांकि सरकार हर साल 12 सिलेंडरों पर जो सब्सिडी दे रही है उसकी कीमत भी हर महीने अलग अलग होती है । डीलरों की मानें तो अंतरराष्ट्रीय और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारणों से सब्सिडी की राशि निर्धारित होती है। जिले भर में गैस एजेंसियों ने सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए हैं ।
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फैक्ट फाइल
जिले में रसाई गैस उपभोक्ताओं की संख्या-२ लाख ३९ हजार ९८७
गैस एजेंसियों की संख्या-२२
भारत गैस की एजेंसियां-११
इंडेन की एजेंसी-९
एचपी की एजेंसी-२
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बिल पर नहीं पिं्रट नहीं हो रही सब्सिडी की राशि
पिछले कई माह से गैस उपभोक्ता को दिए जाने वाले बिलों पर सब्सिडी की राशि प्रिंट नहीं हो रही है जिससे उपभोक्ताओं को यह पता नहीं चल पाता कि उन्हें कितनी सब्सिडी दी जा रही है। बैंक से पास बुक प्रिंट कराने पर ही जानकारी मिल पाती है कि अलग अलग माह में कितनी सब्सिडी दी गई है। गैस के दाम बढऩे के बाद सब्सिडी को लेकर भी उपभोक्ता अनभिज्ञ हैं कि उन्हें कितनी राशि सब्सिडी के रूप में खाते में मिलेगी।
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वर्जन
गैस के दाम बढऩे से रसोई पर भार बढ़ा है, बिल पर सब्सिडी की राशि प्रिंट नहीं हो रही है जिससे यह पता नहीं चल रहा कि कितनी सब्सिडी मिल रही है। फिलहाल तो ८८४ रुपए चुकाने पड़ रहे हैं जो काफी ज्यादा हैं।
हेमा तोमर, ग़ृहिणी
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वर्जन
बिल ऑनलाइन जनरेट होते हैं, बिल पर सब्सिडी की राशि प्रिंट नहीं होने के बारे में गैस कंपनियों के सेल्स आफीसर से जानकारी ली जाएगी।
राजीव शर्मा, सहायक आपूर्ति अधिकारी
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