इनका कहना है
नरसिंह मंदिर के पीछे विशाल तालाब है जो इस मंदिर का दर्पण है। तालाब मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लगाता है। तालाब का संरक्षण सभी का दायित्व है। धार्मिक दृष्टि से भी यह तालाब महत्वपूर्ण है। पत्रिका इसके संरक्षण के लिए अमृतम् जलम् अभियान के माध्यम से लोगों को प्रेरित कर रही है। पत्रिका का यह कार्य प्रशंसनीय है आज सभी को इसमें अपना योगदान देना चाहिए।
लाल साहब जाट, सचिव जाट महा सभा नरसिंहपुर
जल संरक्षण के लिए पत्रिका का अमृतम् जलम् एक सराहनीय कार्य है। आज देश भर में जल संरक्षण की आवश्यकता है। यह पहल प्रशंसनीय है। नरसिंह मंदिर का तालाब काफी पुराना और मंदिर से जुड़े होने के कारण लोगों की आस्था का भी केंद्र है। हमारा दायित्व है कि सरोवर को स्वच्छ और पवित्र रखकर संरक्षण करें।
कैलाश सोनी, राज्य सभा सांसद
इस शहर का नामकरण भगवान नरसिंह के नाम पर है। जिसकी वजह से नरसिंह तालाब का महत्व और भी बढ़ जाता है। पत्रिका अपने अमृतम् जलम् कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जल स्रोतों केे संरक्षण के लिए प्रेरित कर रही है। सभी को आज इस महान कार्य में अपना योगदान देना चाहिए।
अर्चना दुबे, अध्यक्ष नपा