हादसे की सूचना पाकर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह भी मौके पर पहुंचे। यह बस त्यूणी कथियान से देहरादून आ रही थी। जैसे ही बस दारागाड के पास पहुंची, अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इसमें दो महिलाओं समेत 10 लोगों की मौत हो गई।
हादसे की सूचना तत्काल प्रशासन को दी गई। तहसील प्रशासन ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से 38 घायलों को खाई से बाहर निकालकर आपातकालीन सेवा के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया। मृतकों की पहचान बागला चुली निवासी देवेन्द्र (20), चकराता निवासी खुशीराम (28), ब्यौन्ड़ा निवासी भोटो देवी (36), चेतराम (63), कुआचुली निवासी कु. चन्द्रा (20), हिमाचल प्रदेश के सोलन निवासी किशन चन्द (26) बागला चुली निवासी किउसु देवी (40), कुआचुली निवासी सेवक सिंह (70) और चकराता निवासी रजना देवी (24) के रूप में हुई है। एक मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है । त्यूणी के लिए हेलीकॉप्टर से तीन सदस्यीय चिकित्सक दल भेजा गया है। इसमें ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. के.आर. सौन, डॉ. आर.सी. रावत और डॉ अभिषेक त्यूणी हैं । प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वाई.एस. थपलियाल ने बताया राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आपात स्थिति की पूरी व्यवस्था की गयी है। जरुरत पडऩे पर मरीजों को देहरादून लाया जायेगा ।