बिजली कटौती में 72 फीसदी कमी
सर्वेक्षण के अनुसार, देशभर के नागरिकों ने 2019 से 2024 के बीच बिजली कटौती में औसतन 72 प्रतिशत की कमी अनुभव की, जबकि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में विशेष रूप से पानी और बिजली आपूर्ति में बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया।
युवा आशावाद को बढ़ावा
सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र युवा आशावाद को बढ़ावा देने और नशीली दवाओं की खपत को कम करने में अग्रणी रहे, जबकि 66.02 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने बताया कि देश के विकास के प्रति युवा पहले की तुलना में अधिक आशावादी थे।
कृषि आय में बढ़ोतरी
पंजाब, हरियाणा और केरल के किसानों ने बताया कि कृषि आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस रिपोर्ट की मानें तो केरल, हरियाणा और पंजाब में सबसे अधिक कृषि आय वृद्धि देखी गई, जो क्रमशः 49 प्रतिशत, 47 प्रतिशत और 45 प्रतिशत है। दिहाड़ी मजदूरों की आमदनी में भी इन पांच सालों में वृद्धि हुई है और उनको काम करने का मौका भी पहले के मुकाबले ज्यादा मिल रहा है। इस रिपोर्ट के आंकड़ों की मानें तो ऐसे श्रमिकों की कमाई 2019 में प्रतिदिन 300 रुपए से 1200 रुपए के बीच थी, जो अब 2024 में बढ़कर 480 रुपए से 3300 रुपये प्रति दिन हो गई है।
महिलाएं अब कम हो रहीं बीमार
सर्वेक्षण में 74 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में उनके बीमारी वाले दिनों की संख्या में कमी आई है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बेहतर स्वच्छता और गैस चूल्हे के उपयोग से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से उबरने के बेहतर नतीजे मिल रहे हैं। इस अवधि में डिजिटल जुड़ाव बढ़ा है और मनोरंजन पर खर्च में भी वृद्धि हुई है।
मोबाइल उपयोग 200 फीसदी बढ़ा
शहरी क्षेत्रों में पिछले पांच वर्षों में प्रतिदिन मोबाइल उपयोग में 200 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 155.5 प्रतिशत है। 69.1 प्रतिशत लोग जो इस सर्वे का हिस्सा था, उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों में सड़क यात्रा में सुधार हुआ है। वहीं, 62.2 प्रतिशत लोगों ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में रेल यात्रा में सुधार हुआ है, जबकि 70.7 प्रतिशत लोग हवाई यात्रा में सुधार की बात कह रहे हैं।