कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने जयराम रमेश के एक ट्ववीट को टैग करते हुए लिखा, “क्योंकि हमारा शेर भारत जोड़ो यात्रा पर निकला हुआ है तो भारत तोड़ने वाले विदेश से अब चीते ला रहे हैं।” इस ट्वीट के साथ पवन खेड़ा ने जयराम रमेश के जिस ट्वीट को टैग किया है उसमें जयराम रमेश ने लिखा कि पीएम शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं। चीता प्रोजेक्ट के लिए 25.04.2010 को केपटाउन की मेरी यात्रा का ज़िक्र तक न होना इसका ताज़ा उदाहरण है। आज पीएम ने बेवजह का तमाशा खड़ा किया। ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और भारत जोड़ो यात्रा से ध्यान भटकाने का प्रयास है।
इसके अलावा जयराम रमेश ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, 2009-11 के दौरान जब बाघों को पहली बार पन्ना और सरिस्का में स्थानांतरित किया गया तब कई लोग आशंकाएं व्यक्त कर रहे थे। वे गलत साबित हुए। चीता प्रोजेक्ट पर भी उसी तरह की भविष्यवाणीयां की जा रही हैं। इसमें शामिल प्रोफेशनल्स बहुत अच्छे हैं। मैं इस प्रोजेक्ट के लिए शुभकामनाएं देता हूं!
इधर कांग्रेस ने एक ट्वीट कर बताया कि चीतों को भारत लाने का प्रस्ताव कांग्रेस की ओर से शुरू किया गया था। कांग्रेस ने ट्वीट किया, कांग्रेस की ओर से ‘प्रोजेक्ट चीता’ का प्रस्ताव 2008-09 में तैयार हुआ। मनमोहन सिंह जी की सरकार ने इसे स्वीकृति दी। अप्रैल 2010 में तत्कालीन वन एवं पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश अफ्रीका के चीता आउट रीच सेंटर गए। 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने प्रोजेक्ट पर रोक लगाई, 2020 में रोक हटी। अब चीते आएंगे।
बताते चले कि पीएम मोदी सहित बीजेपी के अन्य नेता चीतों को भारत लाने के प्रस्ताव को मोदी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में बता रहे हैं। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड सांसद राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर है। आज भारत जोड़ो यात्रा का 10वां दिन है।
यात्रा के बारे में ट्वीट करते हुए जयराम रमेश ने जानकारी दी कि आज 10वें की यात्रा केरल के कोल्लम ज़िले के पुथियाकावु से सुबह 6:40 में शुरू हुआ। सुबह के सत्र में 11 किलोमीटर की पदयात्रा होगी और हम अलाप्पुझा ज़िले में प्रवेश करेंगे। कायमकुलम में ब्रेक के दौरान बेरोज़गारी पर युवाओं से और विशेष स्कूल के बच्चों के साथ बातचीत होगी।