इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा की अगली बैठक 7 दिसंबर को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में आगे की रूप रेखा पर विचार होगा। बता दें कि शनिवार को आयोजित बैठक में 42 किसान संगठनों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया।
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Farmer Protest: किसान आंदोलन पर फैसला आज! जानिए SKM की बैठक से पहले क्या बोले राकेश टिकैत ये पांच लोग कमेटी में शामिलसंयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सरकार के साथ बातचीत के लिए तैयार की गई पांच सदस्यी कमेटी में जो लोग शामिल हैं। उनमें बालवीर सिंह राजेवाल, अशोक धवले, शिवकुमार कका, हरियाणा किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और युद्धवीर सिंह हैं। खास बात यह है कि एमएसपी पर बातचीत के लिए बनाई गई इस समिति में किसान नेता राकेश टिकैत को शामिल नहीं किया गया है।
दर्ज केस वापस लेने के साथ अन्य मांगों पर अड़े किसान
बैठक में चर्चा के दौरान किसान आंदोलन के दौरान दर्ज किए हजारों केसों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं। किसानों का कहना है कि सिर्फ हरियाणा में 48 हजार केस दर्ज किए गए हैं, इसके अलावा देशभर में अलग-अलग जगह केस दर्ज हैं।
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Delh Air Pollution: दिल्ली में गहरा रहा सांसों का संकट, कई इलाकों में दमघोंटू हवा, जानिए कहां पहुंचा AQI किसान नेता रणजीत सिंह ने कहा कि तीन कानून वापस हो गए हैं, लेकिन एमएसपी की गारंटी समेत 6 मुद्दे अभी बाकी हैं। अहम बात यह है कि हरियाणा सरकार के साथ किसानों की बैठक में सरकार ने मुआवजा देने से इनकार दिया है।
जब सरकार ने 15 दिन पहले किसानों से माफी मांगकर कानून वापस ले लिए हैं तो अब बाकी मांगें क्यों नहीं मानी जा रही। 702 किसानों की मृत्यु का आंकड़ा भी सरकार को भेज दिया गया है।
बता दें कि कुछ किसान संगठन कृषि कानून वापस होने के बाद से घर वापसी करना चाहते हैं। लेकिन राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि जब तक एमएसपी और किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं होते, शहीद किसानों को मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।