बावजूद इसके पाकिस्तान ने भारत के कदम का स्वागत करने के बजाय इसे उसकी जिम्मेदारी बताया है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक पाकिस्तान का कहना है कि ये वो कैदी हैं जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है। इसलिए भारत उन्हें रिहा कर रहा है।
वहीं भारतीय अधिकारियों के मुताबिक भारत ‘सद्भावना’ के तौर पर ये कदम उठा रहा है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने भारत में सजा पूरी कर चुके इन कैदियों की रिहार्इ की मांग की थी।
उम्मीद की जा रही है कि पाकिस्तान भी अब उन कैदियों को रिहा कर सकता है जिनकी सजा पूरी हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी जेलों में 132 भारतीय कैदी बंद हैं, जिनमें से 57 अपनी सजा को पूरा कर चुके हैं।
कुलभूषण मामले में दोनों देशों के रिश्ते आैर भी निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। एेसे में इसे भारत का बड़ा कदम माना जा रहा है। हम आपको बता दें कि पाकिस्तान में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनार्इ गर्इ है। इसके विरोध में भारत ने अंतरराष्टीय न्यायालय में अपील की है जहां पर मामला लंबित है।