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कश्मीर से धारा 370 हटने के 3 साल बाद भी नहीं थमा आतंक: 174 जवान शहीद, 124 लोगों ने गंवाई जान

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने धारा 370 के निरस्तीकरण के पहले और बाद के 3 साल की आतंकी घटनाओं में कमी आई है। धारा 370 हटने के बाद घाटी में 617 आंतकी घटना हुई। बीते 3 साल के दौरान इन आतंकी घटनाओं में 174 जवान शहीद हुए और 110 लोग मारे गए।

नई दिल्लीAug 05, 2022 / 09:55 am

Shaitan Prajapat

article 370

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जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के आज तीन साल पूरे हो गए हैं। घाटी से धारा 370 हटाने के बाद आतंकी घटनाओं में कमी आई है। इसके साथ ही लॉ एंड ऑर्डर की घटना में किसी भी नागरिक और जवान की जान नहीं गई है। इसके साथ ही आतंकी घटनाओं में आम लोगों की मौतों की संख्या में भी भारी कमी दर्ज की गई है। घाटी में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। संदिग्धों पर पैनी नजर रखी जा रही है। आतंकियों के सफाए के लिए सेना का ऑपरेशन भी लगाता चल रहा है। आपको बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने साल 2019 में 5 अगस्त के दिन ही जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को हटा दिया था। धारा 370 हटाए जाने का विरोध विपक्षी पार्टियां लगातार कर रही हैं।

 

आंतकी घटनाएं में भारी कमी
बीते तीन साल के दौरान कश्मीर जोन में आतंकी घटनाओं में कमी आई है। पुलिस ने इन मामलों को छह कैटेगरी में बांटा है। इनमें लॉ एंड ऑर्डर की घटनाएं जो 5 अगस्त 2016 से 4 अगस्त 2019 के बीच में 3,686 हुई थीं। 5 अगस्त 2019 से 4 अगस्त 2022 के बीच में सिर्फ 438 ही हुईं। वहीं लॉ एंड ऑर्डर की घटनाओं में 370 हटाए जाने से तीन साल पहले 124 नागरिकों की मौत हुई थी। जो स्पेशल स्टेटस हटाए जाने के बाद शून्य हो गईं। इसके अलावा ऐसी घटनाओं में छह जवान भी शहीद हुए थे। 2019 के बाद किसी भी जवान शहीद नहीं हुआ है।

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370 हटाए जाने से पहले 290 जवान हुए थे शहीद
धारा 370 हटने के बाद घाटी में 617 आंतकी घटना हुई। बीते 3 साल के दौरान इन आतंकी घटनाओं में 174 जवान शहीद हुए और 110 लोग मारे गए। इससे पहले 5 अगस्त, 2016 से 4 अगस्त, 2019 के बीच कुल 930 घटनाएं हुई थीं। इन घटनाओं में 290 जवान शहीद हुए थे। वहीं 191 नागरिकों की मौत हुई है।

 

सफल हो रही है ज़ीरो टॉलरेंस की नीति
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ उनके सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति काफी सफल रही है। इससे घाटी की सुरक्षा व्यवस्था में काफी सुधार देखने को मिल रहा है। हालांकि, घाटी में आतंकी अभी भी लोगों को निशाना बना रहे हैं। बीते दिनों जिस तरह से आतंकवादियों ने हिंदू समुदाय के लोगों को घाटी में निशाना बनाया था।

 

 

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