scriptMCD Geo Tagging: एमसीडी ने जियो-टैगिंग की फिर बढ़ाई समय सीमा, क्या होता है यह और कैसे कराते हैं अपनी प्रॉपर्टी की टैगिंग | MCD Extends Deadline for Geotagging Properties Till March 31 | Patrika News
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MCD Geo Tagging: एमसीडी ने जियो-टैगिंग की फिर बढ़ाई समय सीमा, क्या होता है यह और कैसे कराते हैं अपनी प्रॉपर्टी की टैगिंग

MCD : दिल्ली नगर निगम ने संपत्तियों को जियोटैग करने की अंतिम तिथि 31 मार्च तक बढ़ा दी है। एमसीडी ने यह दूसरी बार समय सीमा बढ़ाई है।

Mar 01, 2024 / 12:08 pm

Shaitan Prajapat

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Geotagging Properties : दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक बार फिर जियो-टैगिंग की समय सीमा बढ़ा दी है। एमसीडी ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि अब 31 मार्च तक जियोटैग कर सकते है। यह दूसरी बार है कि दिल्ली नागरिक निकाय द्वारा समय सीमा बढ़ाई गई है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि यह कदम तब उठाया गया है जब शहर भर में कुल 15 लाख कर योग्य आवासीय संपत्तियों में से केवल 2.5 लाख ने ही जियो-टैग किया है, जो अनुपालन दर से काफी कम है।

पहलेे 29 फरवरी थी अंतिम तिथि

एमसीडी कार्यालय ने एक आदेश जारी कर कहा कि प्रारंभिक लक्ष्य इस साल 31 जनवरी तक दिल्ली में 15 लाख घरों की जियो-टैगिंग पूरा करना था, हालांकि, समय सीमा को 29 फरवरी तक बढ़ा दिया गया था। बड़ी संख्या में करदाता iPhone (iOS संस्करण) का उपयोग करते हैं। तकनीकी गड़बड़ियों और अन्य कारणों से वे अपनी संपत्तियों को जियो-टैग नहीं पाए, इसलिए समय सीमा 29.2.2024 तक बढ़ाई थी।

अब 31 मार्च तक का दिया समय

मसीडी के मूल्यांकन और संग्रह विभाग के संज्ञान में अब यह आया है कि बड़ी संख्या में करदाताओं ने अभी तक अपनी संपत्तियों को जियो-टैग नहीं किया है। आदेश में कहा गया है, करदाताओं को अपनी संपत्तियों को जियो-टैग करने का अवसर देने के लिए, करदाताओं द्वारा संपत्तियों की जियो-टैगिंग की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2024 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।


जियो-टैगिंग क्या है

संपत्तियों की जियो-टैगिंग किसी भी यूपीआईसी के विरुद्ध स्थान का चयन करके जीआईएस मानचित्र पर संपत्ति के लिए एक अद्वितीय अक्षांश-देशांतर निर्दिष्ट करने की प्रक्रिया है ताकि सभी संपत्तियों का स्थान एक अद्वितीय अक्षांश-देशांतर स्थिति के विरुद्ध पहचाना जा सके। नगर निकाय ने उन संपत्ति मालिकों से भी कहा है जो उसके संपत्ति कर पोर्टल पर पंजीकृत नहीं हैं, वे अपनी संपत्तियों को पंजीकृत कराएं, यूपीआईसी जेनरेट करें और अपनी संपत्तियों को जियो-टैग करें।


दिल्ली में संपत्तियों को जियो-टैग कैसे करें

मालिक अब घर बैठे अपनी संपत्तियों को जियो-टैग कर सकते हैं। एमसीडी ने सभी आवासीय और गैर-आवासीय संपत्तियों की जियो-टैगिंग के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। संपत्ति मालिकों को प्ले स्टोर से मोबाइल ऐप-यूनिफाइड मोबाइल ऐप (यूएमए) डाउनलोड करना होगा या http://mcdonline.nic.in/mcdapp.html पर वेबसाइट पर जाना होगा।

– सबसे पहले एमसीडी ऐप खोलें और ‘सिटीजन’ विकल्प चुनें।
– इसके बाद अपनी आईडी और पासवर्ड से लॉग इन करें।
– फिर ‘प्रॉपर्टी यूपीआईसी’ विकल्प का चयन करें।
– अब एक्शन बटन पर जाएं और ‘जियो-टैगिंग’ पर क्लिक करें।
– एक बार मानचित्र स्थान पॉप-अप बॉक्स आने पर, ‘भू निर्देशांक कैप्चर करें’ बटन पर क्लिक करें और अपनी संपत्ति की तस्वीरें जोड़ें।
– ‘संपत्ति की तस्वीरें जोड़ें’ पर क्लिक करें, फिर फोटो में एक कैप्शन जोड़ें।

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