उत्तर-पश्चिम में कम बरसेंगे बादल
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम रविचंद्रन ने कहा कि पूरे देश में इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के तहत एक जून से 30 सितंबर के बीच अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। इस साल देश में दीर्घावधि औसत बारिश 106 प्रतिशत रहने का अनुमान है। उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में बारिश सामान्य से कम हो सकती है। औसत 87 सेमी होती है बारिश
रविचंद्रन ने कहा कि 106 फीसदी बारिश सामान्य से अधिक की श्रेणी में आती है और अगर दीर्घावधि औसत की 105 फीसदी से 110 फीसदी के बीच बारिश होती है तो इसे सामान्य से अधिक माना जाता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में बारिश में मौसम में औसत 87 सेंटीमीटर बारिश होती है।
कई राज्यों में लू चलने की आशंका
- जैसे ही गर्मी अपने पूरे जोरों पर आ रही है, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तरी गोवा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित कई क्षेत्रों में लू चलने की भविष्यवाणी की है।
- मुंबई, रायगढ़ और ठाणे के लिए मंगलवार को अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री के बीच रहने का अनुमान लगाया है। इन क्षेत्रों के लिए लू की चेतावनी दी गई है।
- पश्चिम बंगाल भी हाई अलर्ट पर है। यहां 17-19 अप्रैल तक अलग-अलग इलाकों में लू चलने की आशंका है। चरम मौसम की स्थिति का सामना करने वाले क्षेत्रों की सूची बढ़ती जा रही है।
- केरल के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां तापमान अभूतपूर्व ऊंचाई तक पहुंचने की उम्मीद है। 17 अप्रैल तक तिरुवनंतपुरम में पारा 36 डिग्री तक जा सकता है।
- चूंकि देश के अधिकांश हिस्सों में गर्मी की लहर की स्थिति बनी हुई है, कुछ अन्य राज्यों में कई क्षेत्रों में वर्षा होने की भी संभावना है।