भारत में मानव तस्करी हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है खासकर बच्चे बड़ी संख्या में इसका शिकार बनते है। भारत में एक तरफ गरीबी और दूसरी तरफ लचर कानून व्यवस्था इसे मानव तस्करों का आसान निशाना बना देती है। हाल में राजस्थान में एक ऐसा मामला सामने आया है जो ये बताता है कि भारत में खाड़ी देशों से तस्कर आ रहे हैं और उनके निशाने पर प्रदेश की गरीब बेटियां हैं। जरूरत है कि हम सजग रहें और सतर्क रहें।
राज्य की नाबालिग लड़कियों पर भारत से सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठे विदेशी शैतानों की भी निगाहें लगी हुई हैं। कस्बे में विश्वकर्मा मंदिर के पीछे 19 जून को नाबालिग के अपहरण मामले में पुलिस ने एक नेपाली नागरिक को गिरफ्तार किया हैं, जो खाड़ी देश कतर से बालिका का अपहरण करने के लिए बांदीकुई आया था। बांदीकुई पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि मूलत: नेपाल हाल कतर निवासी इजराइल नदाफ को दरभंगा, बिहार से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को दौसा लाकर पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 7 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है।
रेलवे स्टेशन पर गुजारी रात
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी इजराइल नदाफ खाड़ी देश कतर से नाबालिग के अपहरण के लिए भारत आया था। वह 18 जून को नई दिल्ली पहुंचा। यहां से बांदीकुई जंक्शन पहुंचकर रात स्टेशन पर गुजारी। इस दौरान उसने नाबालिग बालिका को ब्लैकमेल कर उसका ब्रेन वाश किया और बहला-फुसलाकर 19 जून को अपने साथ ट्रेन से नई दिल्ली ले गया।
नेपाल जाते बिहार में पुलिस ने धर दबोचा
बालिका को अपने साथ लेकर आरोपी दिल्ली से नेपाल जाने की फिराक में था। इसी दौरान पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे और तकनीकी आधार पर आरोपी को दरभंगा, बिहार में पकड़कर नाबालिग को मुक्त करवा लिया।
सोशल मीडिया पर गांठी दोस्ती
आरोपी इजराइल नदाफ ने बालिका से सोशल मीडिया पर संपर्क किया था। इंस्टाग्राम पर फर्जी फोटो लगाकर जाल में फंसाया और ब्लैकमेल करने लगा। इसके बाद वह ब्रेन वाश कर उसे अपने साथ ले गया। सोशल मीडिया आइडी से पुलिस की तकनीकी सेल ने जानकारी जुटाकर आरोपी को पकड़ा।
नेपाल का है नागरिक
ट्रेस नहीं हो सके, इसके लिए उसने नई दिल्ली में फर्जी आइडी से सिम खरीदी। पुलिस ने मोबाइल, कतर से जारी सिम व नई दिल्ली से खरीदी गई सिम जब्त की है। आरोपी के पास पासपोर्ट व नेपाल की नागरिकता का प्रमाण पत्र मिला है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
पुलिस जांच टीम में बांदीकुई सीओ उदयसिंह मीना, थानाधिकारी नरेश शर्मा, एसआई वीरेन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल प्रेमनारायण, लक्ष्मीकांत, राजेंद्र कुमार और महिला कांस्टेबल सीमा कुमारी आदि शामिल रहे।