दरअसल, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में खाताधारक आशीष के खाते में छह करोड़ 20 लाख 11 हजार 100 और गुरुचरण के खाते में 900 करोड़ से ज्यादा रुपए (9,05,20,21,223) आ गए। इनके खातों में स्कूल की पोशाक के लिए पैसा आना था, लेकिन अचानक इतनी भारी रकम देखकर घर वालों के साथ-साथ बैंक भी दंग रह गया। रातों-रात करोड़पति बने इन बच्चों को समझ नहीं आ रहा है कि यह कैसे हुआ।
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इस बच्चे आशीष ने बताया कि किताबें खरीदने के लिए उसके खाते में 500 रुपए आने वाले थे। इनके बारे में मालूम करने के लिए उसने खाता चेक किया तो पता चला कि उसमें छह करोड़ रुपए से ज्यादा आए हैं। यह भी पढ़ें
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बैंक ने खातों को किया फ्रीजबैंक के ब्रांच मैनेजर मनोज गुप्ता ने बताया कि दोनों बच्चों के खाते से भुगतान पर रोक लगा दी गई है। यानी एक तरह से खाता फ्रीज कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। बैंक के अधिकारी और कर्मचारी भी हैरान हैं कि बच्चों के अकाउंट में इतना पैसा कहां से आया।
पहले भी एक खाते में आए थे 5 लाख रुपए
इससे पहले बिहार के खगड़िया में रंजीत दास नाम के व्यक्ति के खाते में अचानक साढ़े पांच लाख रुपए आ गए थे। उसने यह रकम खर्च भी कर दी। मामले में ट्विस्ट तब आया, जब बैंक ने नोटिस भेजकर उससे रुपए वापस मांगे। उसने यह कहकर रुपए लौटाने से मना कर दिया कि यह रकम शायद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भिजवाई है। मामला पुलिस तक पहुंचा और रंजीत दास को गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले बिहार के खगड़िया में रंजीत दास नाम के व्यक्ति के खाते में अचानक साढ़े पांच लाख रुपए आ गए थे। उसने यह रकम खर्च भी कर दी। मामले में ट्विस्ट तब आया, जब बैंक ने नोटिस भेजकर उससे रुपए वापस मांगे। उसने यह कहकर रुपए लौटाने से मना कर दिया कि यह रकम शायद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भिजवाई है। मामला पुलिस तक पहुंचा और रंजीत दास को गिरफ्तार कर लिया गया।