देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान
विपक्षी पार्टियों की ओर से बहिष्कार के ऐलान के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि राष्ट्रपति से संसद का उद्घाटन नहीं करवाना और नहीं ही उन्हें समारोह में बुलाना, यह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है।
राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू करें नए संसद भवन का उद्घाटन
लोकसभा मंत्रालय ने नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आधिकारिक आमंत्रण पत्र जारी कर दिया है और साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। इस समय विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी के संसद भवन का उद्घाटन करने के खिलाफ बौखलाया हुआ है। नया संसद भवन सत्ताधारी दल की अतिशयोक्ति नहीं है। यह लोकतंत्र का प्रतीक है। अतः राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू इस भवन का उद्घाटन करें। कांग्रेस ने संवैधानिक पद के अपमान के रूप में प्रधान मंत्री के उद्घाटन की आलोचना की।
नई संसद पर विपक्ष के बायकॉट को लेकर अमित शाह बोले- अपनी-अपनी सोच, हमने सबको बुलाया
19 पार्टियां नई संसद बिल्डिंग के उद्घाटन का करेंगी बहिष्कार
नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का 19 विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार करने का ऐलान किया है। इन सभी ने एक संयुक्त बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि हमारी निरंकुश प्रधानंमत्री और उनकी सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। इसमें संसद भवन के उद्घाटन को महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए कहा गया है कि सरकार लोकतंत्र को खतरे में डाल रही है।
28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, जानिए इसकी खासियतें
कांग्रेस की आलोचना पर बीजेपी का पलटवारकेंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस की आलोचना पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस विवाद पैदा करना पसंद करती है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों संसदीय प्रणाली का हिस्सा हैं। हालांकि, राष्ट्रपति संसद के किसी भी सदन का सदस्य नहीं होता है। प्रधानमंत्री संसद का सदस्य होता है। तो उन्होंने ट्वीट किया कि इस भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री कर रहे हैं।