दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री लवली ने मंगलवार को भाजपा का दामन थामा था। दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लवली ने कहा कि वह शीला की तरह कांग्रेस में बोझ बनकर नहीं रहना चाहते थे। शीला जिस तरह से कांग्रेस में बनी हुई हैं, उस तरह वह नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि देशहित में लिए गए मेरे फैसले के लिए मुझे कोई गद्दार कहता है तो मुझे यह पसंद है।
उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं और पार्टी में उनकी जो अब स्थिति है उस स्थिति में वह नहीं रह सकते। पूर्व मुख्यमंत्री को दिल्ली के चुनावों से जुड़े किसी भी समिति में नहीं रखा गया है।
लवली ने कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह भाजपा में शामिल होंगे। कांग्रेस का जो हश्र है वह सबके सामने है। उन्होंने कहा कि हमने हिम्मत दिखाई और बाकी नेता कब साहस दिखाते है यह देखने की बात है।
पीएम मोदी और शाह की तारीफ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने देश की राजनीति को नई दिशा और नई परिभाषा दी है। उनकी स्वच्छ राजनीति की नीति से प्रभावित हो कर वह आम कार्यकर्ता के रूप में भाजपा में शामिल हुए हैं।
दिल्ली नगर निगम के चुनावों में भाजपा ने नए चेहरों को उतारने का जो फैसला लिया है जो स्वच्छ राजनीति की नई दिशा और परिभाषा का संकेत है। भाजपा निगम चुनावों में भारी बहुमत से जीतेगी और वह अपनें समर्थकों के साथ पार्टी के पक्ष में प्रचार करने के लिए आज से जुटेंगे।
केजरीवाल पर साधा निशाना दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए लवली ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली के लोगों के साथ विश्वासघात किया। राजधानी के लोग केजरीवाल की कार्यशैली से अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री बनने के दिन मेट्रो ट्रेन से आने वाले केजरीवाल को अब इस विभाग की चिंता नहीं है और यही कारण है कि समय से काम पूरा करने के लिए जाने जानी वाली दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण का काम दो साल पीछे चला गया है। केजरीवाल के पास अपनी सुविधा के लिए पैसे हैं लेकिन बुजुर्गों और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए नहीं है।