इंदिरा गांधी को 32 गोलियां मारी गई थीं
तत्कालीन प्रधानमंत्री की सुरक्षा दल में शामिल दूसरे गार्डों ने बेअंत सिंह को तत्काल वहीं गोलियों से भून डाला। उनकी हत्या में शामिल सतवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में मौत की सजा सुनाई गई। पंजाब में मोहाली के रहने वाले सरबजीत ने 2004 में बठिंडा से लोकसभा चुनाव लड़ा था और उन्हें 1,13,490 वोट मिले थे। उन्होंने 2007 के पंजाब विधानसभा चुनाव में बरनाला जिले के भदौर विधानसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा था और उन्हें 15,702 वोट मिले थे।
बेअंत सिंह ने इंदिरा को दो गोलियां मारीं
बेअंत सिंह ने सबसे पहले इंदिरा गांधी को दो गोलियां मारीं। इंदिरा गांधी गोलियां खाते ही लड़खड़ा कर वहीं गिर गईं। बेअंत सिंह ने इसके बाद सतवंत की ओर देखा और गुस्से में कहा, देख क्या रहे हो गोली मारो। उसकी बात सुनकर सतवंत ने अपनी ऑटोमैटिक कार्बाइन से इंदिरा गांधी के शरीर में लगभग तीस गोलियां उतार दीं।
बसपा की टिकट पर भी लड़ चुके हैं चुनाव
सरबजीत ने बसपा के टिकट पर फतेहगढ़ साहिब सीट से 2014 का संसदीय चुनाव लड़ा और 12,683 वोट हासिल किए। इससे पहले उनकी मां बिमल कौर खालसा और दादा सुच्चा सिंह ने 1989 के संसदीय चुनावों में शिरोमणी अकाली दल (मान) दल से चुनाव लड़ा था और रोपड़ और बठिंडा सीटों से जीत भी हासिल की थी।
फरीदकोट में सरबजीत को किनसे मिलेगी टक्कर?
सरबजीत सिंह के करीबी लोगों ने कहा कि वह फरीदकोट के बेहबल कलां में बेअदबी और दो लोगों की हत्या के मामलों में न्याय मिलने में हो रही देरी का मामला इस चुनाव में उठाएंगे। सरबजीत का मुकाबला फरीदकोट के अभिनेताओं और गायकों से है।
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