स्पाइसजेट में नहीं थम रहा गड़बड़ियों का सिलसिलास्पाइसजेट के विमानों में बीते कुछ समय से गड़बड़ियों का सिलसिला थम नहीं रहा है। एयरलाइंस कंपनी को हाल के महीनों में सुरक्षा संबंधी घटनाओं की एक कड़ी का सामना करना पड़ रहा है, जिसने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को बजट एयरलाइंस की उड़ानों के ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम पर 50 फीसदी की कैप लगाने के लिए प्रेरित किया।
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SpiceJet के 80 पायलट जबरन बिना वेतन छुट्टी पर भेजे गए, जानें क्यों एयरलाइन की ओर से लगातार हवाई सुरक्षा की घटनाओं की सूचना देने के बाद विमानन नियामक ने 27 जुलाई को स्पाइसजेट की उड़ानों पर आठ सप्ताह की अवधि के लिए प्रतिबंध लगा दिया। बीते महीने, विमानन नियामक ने प्रतिबंध को एक महीने बढ़ाकर 29 अक्टूबर कर दिया था।
“समीक्षा ने संकेत दिया है कि सुरक्षा घटनाओं की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। ऐसे में ज्यादा सावधानी के रूप में सक्षम प्राधिकारी ने निर्णय लिया है कि दिनांक 27.07.2022 के आदेश में लगाया गया प्रतिबंध ग्रीष्म अनुसूची के अंत तक अर्थात् 29.10.2022 के तहत प्रदत्त शक्तियों के मुताबिक ही लागू रहेगा।
विमान नियम, 1937 के नियम 19A, 21 सितंबर को DGCA के आदेश में कहा गया है। DGCA ने यह भी साफ किया कि इस अवधि के दौरान प्रस्थान की संख्या में कोई भी वृद्धि एयरलाइन की ओर से नियामक को संतुष्ट करने के अधीन होगी कि उसके पास इस तरह की बढ़ी हुई क्षमता को सुरक्षित और कुशलता से करने के लिए पर्याप्त तकनीकी सहायता और वित्तीय संसाधन हैं। डीजीसीए के आदेश में कहा गया है, इस अवधि के दौरान, एयरलाइन डीजीसीए की ओर से बढ़ी हुई निगरानी के अधीन होगी।
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