आधे रास्ते से लौटे विमान को दोपहर करीब ढाई बजे हैदराबाद में लैंड कराया गया। करीब डेढ़ घंटे तक यात्रियों को विमान में ही बैठाए रखा। यात्रियों ने हंगामा करना शुरू किया तो सभी यात्रियों को विमान से उतार दिया गया। हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतरने के बाद यात्रियों को जानकारी दी गई कि वापस बेंगलुरू के लिए 2 घंटे बाद विमान मिलेगी। इसके बाद यात्रियों का गुस्सा और बढ़ गया। यात्रियों ने आरोप लगया कि हमें बिना पूर्व सूचना के बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उतार दिया गया। जिसके बाद सभी लोग आक्रोशित हो गए और जमकर हंगामा करने लगे।
हंगामा बढ़ता देख बाद में यात्रियों को पटना भेजा गया। हैदराबाद से पटना के लिए विमान ने रात करीब सवा नौ बजे उड़ान भरी। यात्रियों को पटना से दरभंगा कैसे भेजा जाएगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई। आधी रात को किसी प्रकार यात्री अपने परिवार के साथ दरभंगा की ओर रवाना हुए। दूसरी तरफ विमान कंपनियों के एक कर्मचारी का कहना था कि तकनीकी गड़बड़ियों के कारण विमान को डायवर्ट करना पड़ा।
बताते चलें कि हैदराबाद और दरभंगा के बीच स्पाइसजेट विमानों का परिचालन करती है। पिछले कुछ महीनों पर ध्यान दें तो स्पाइस जेट के विमानों के साथ आए दिन कोई न कोई तकनीकी समस्या होती रहती है। जिसके कारण विमानों को अचानक डायवर्ट किया जाता रहा है। जहां स्पाइस जेट की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है, वहीं दरभंगा एयरपोर्ट के भी परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। शुरुआती सफलताओं के बाद दरभंगा एयरपोर्ट की रैंकिंग धीरे-धीरे घट रही है।