घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कुलगाम के गोपालपोरा इलाके में आज सुबह आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। बताया जाता है कि महिला टीचर गोपालपोरा हाई स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी। आतंकियों ने स्कूल में घूसकर रजनी बाला पर गोलीबारी की। रजनी बाला रोज 10 किमी दूर से गोपालपोरा में पढ़ाने आती थी, जहां आतंकियों ने इस घटना को अंजाम दिया।
रजनी बाला जम्मू के सांबा जिले के बद्री की रहने वाली थी। लेकिन नौकरी के कारण कुलगाम में रहती थी। उनके पति भी कुलगाम में ही किसी स्कूल में टीचर बताए जाते हैं। रजनी बाला 2009 से गोपालपोरा के हाईस्कूल में तैनात थी। उनके पढ़ाने के तरीके से बच्चे काफी खुश थे। लेकिन आज की घटना से बच्चे सहित घाटी के अन्य हिंदूओं में भी खौफ घर कर गया है।
ऐसे में कश्मीर में कई जगह लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। घाटी में रहने वाले कश्मीरी हिंदू खुद की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। सड़कों पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हमें सुरक्षा चाहिए, नहीं तो हमे घाटी टसे कहीं और शिफ्ट किया जााए। बता दें कि इससे पहले आतंकियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की ऑफिस में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी।
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जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि जिस जगह यह घटना हुई वहां इलाके को सील कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। लेडी टीचर पर गोली चलाने वाले आतंकी की पहचान कर ली गई है। जवानों को उसकी तलाश में लगाया गया है। बताते चले कि राहुल भट्ट की हत्या के बाद घाटी में रहने वाले कश्मीरी पंडितों में पहले से ही दहशत का माहौल है, अब रजनी बाला की हत्या से खौफ का यह आलम और बढ़ेगा।