आंगनबाड़ी को चलते आठ साल हो गए है। गांव में करीब १५ बच्चें आते है। लेकिन आंगनवाड़ी भवन के सामने बिना मुंडेर का कुआ होने के कारण परिजन भेजते नहीं है, जो भेज रहे है, वह हमारी रिस्क पर भेजते है। नई आंगनवाड़ी नया भवन डेढ़ साल से बनकर तैयार है, लेकिन पलास्तर और बाउंड्री वाल का कार्य बाकी है। जिसके कारण वहां स्थानांतरण नहीं हुआ। मामले से परियोजना अधिकारी और सुपरवाईजर को भी अवगत करा दिया है।
– राजू वर्मा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
आंगनबाड़ी भवन के सामने खुला कुआ मौत का कुआ बना है। बच्चों को भेजने में डर लगता है। पहले भी बच्चें इसमें गिरे है, जिन्हें तुरंत पानी से निकालकर बचा लिया गया है।
समरथ धनगर, ग्रामीण हामाखेड़ी ग्राम
शासकीय स्कूल के प्रांगण में आंगनवाड़ी भवन बनकर तैयार है, जिसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के हैड ओवर भी कर दिया गया है। लेकिन वहां पर शौचालय की सीट तोड़ दी गई। यह किसने तोड़ी पता नहीं है और वहां मिट्टी का ढेर डाल दिया गया। जिसके कारण वहां पर आंगनवाड़ी स्थानांतरित नहीं हुआ। जल्द ही शौचालय व अन्य काम पूरे कराकर आंगनवाड़ी केंद्र स्थापित कर दिया जाएगा।
-जयप्रकाश नंदवाना, सचिव ग्राम पंचयात ढ़ोढर