scriptधनेरिया ग्राम पंचायत के लेआउट को लेकर लगाई आपत्ति | Objection regarding layout of Dhaneria Gram Panchayat | Patrika News
नीमच

धनेरिया ग्राम पंचायत के लेआउट को लेकर लगाई आपत्ति

– कब्रिस्तान और श्मशान की भूमि हुई गायब- शासकीय स्कूल के मैदान भी लेआउट से गायब

नीमचOct 16, 2020 / 10:34 am

Virendra Rathod

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नीमच। ग्राम पंचायत धनेरिया कलां तहसील नीमच द्वारा धनेरियाकलां की नई आबादी क्षेत्र में भूमि का ले आउट की गड़बड़ी को लेकर न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी उपखंड नीमच को शिकायत की है। जिसके बाद राजस्व निरीक्षक कुशवाह व पटवारी विरेंद्र दुबे के द्वारा अनियमिता व भ्रष्टाचार पर ग्राम पंचायत द्वारा ले आउट संहिता की धारा २४४(२) के प्रावधान के अंतर्गत नहीं किकए जाने से तहसीलदार नीमच के प्रतिवेदन के आधार पर प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया है।

एडवोकेट प्रभुलाल अहीर ने बताया कि पूर्व में ग्रामवासी धनेरियाकलां द्वारा दिनांक ३ जुलाई २०१९ को राज्य बंदोबस्त अधिकारी मोती महल, लश्कर ग्वालियर, तत्कालीन राज्य के कृषि मंत्री सचिन यादव आयुक्त उज्जैन संभाग, विधायक दिलीप सिंह परिहार व नंदकिशोर पटेल, कलेक्टर नीमच का अवगत करा दिया गया था कि ग्राम धनेरियाकलां का वर्ष २०१५-१६ का बंदोबस्त किया गया था। वह ५० प्रतिशत गलत है, जो निरस्त किया जावे। परंतु उपरोक्त लोगों द्वारा निरस्त नहीं करवाया गया। मध्यप्रदेश भू राजस्व संहिता में कुछ धाराए निस्तार के लिए है, जो भूमि का अन्य भूमि से पृथक रखा जाना तथा निस्तार पत्र का तैयार किया जाना, जिसमें धरा २३४, २३७ तक कलेक्टर द्वारा तैयार करवाया जाता है। जैसे धारा २३७ निस्तार अधिकारियों का प्रयोग कलेक्टर द्वारा भूमि का पृथक रखा जाना जैसे धारा २३७ निस्तार अधिकारों का प्रयोग कलेक्टर भूमि का पृथक रखा जाएगा। जैसे इमारती लकड़ी या ईधन, चारागाह, घास, बीड़, कब्रिस्तान, श्मशान, गोठान, खलिहान, खाद निकालने के स्थन, खाद के गड्ढ़े, स्कूल का मैदान मवेशियों के लिए तालाब तलैया। ग्राम धनेरियाकलां में नो स्थान निस्तार प्रयोजन के लए बंदोबस्त करने वालों ने कोई पालन नहीं किया है। गांव में चारागाह, घास, बीड आदि उपरोक्त भूमि को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है। १९६०, १९६१, १९६२ के समय ग्राम का जो चारागाह चरमोई घाास बीड आदि जैसे खसरा नंबर ३९५ चारागाह, खसरा नंबर ३९६ चारागाह, खसरा नंबर ३३० चारागाह जो पूरी तरह नष्ट कर दिया है। इसी तरह खसरा नंबर १२ जिसका रकबा ३.२७ है, उनका बंदोबस्त नक्शे से गायब कर दिया है। इसी प्रकार साबिक खसरा नंबर १६ जिसका रकबा २.५०० है, जिसका नया नंबर १६ जिसका रकबा ०.८१० हेक्टेयर ही रखा है7 इसी प्रकार से साबिक खसरा नंबर २७४ में गड़बड़ी की है। साबिक खसरा २४४/११५० पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है।

स्कूल के मैदान व कब्रिस्तान नक्शे से गायब
शिकायत में उल्लेख करते हुए बताया कि साबिक खसरा नंबर २४४/११५० पूरी तरह नष्ट कर दिया है। वर्तमान में ग्राम धनेरियाकलां का हाईस्कूल करीब ४ हेक्टेयर में जिसमें स्कूल बिल्डिंग खेल का मैदान बना है। जो कि राजस्व रिकॉर्ड नक्शे से गायब कर दिया गया है। कब्रिस्तान व श्मशान १८५७ जो भारत का प्रथम संग्राम आंदोलन था। उस क्रांति में जो लोग शहीद हुए थे, उनकी कब्रे साबिक खसरा नंबर २९३ में बनी हुई थी। चोरो और परकोटा और चारो तरफ दीवार बनी हुई थी। जो कि आज भी है। जिसका नया नंबर ४४० कर दिया गया है, जिसका रकबा पूर्व में ०.३० हेक्टेयर था, जिसके नये नंबर में इसका रकबा ०.०८० आरी कर दिया गया है। राजस्व रिकॉर्ड में कब्रिस्तान से श्मशान घाट कर दिया गया जो गंभीर त्रुटि क्षमा लायक नहीं है। ग्राम के सार्वजनिक जो कि ५०० साल पुरान था, जिस पर सोयाबीन की फलस दर्शा दी। वर्ष १८८० में नीमच रेलवे स्टेशन बना जो कि ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा देश में संचालित होता था, जो मीटर गेज रेलवे लाइन वर्ष १९७८-७९ के बाद भी चली, परंतु उसी वर्ष तत्कालीन रेल मंत्री माधवराज सिंधिया द्वारा नीमच-कोटा रेल लाइन की मंजूरी दी गई थी। उसमें केवल ब्राड गेज के िलए कुमारिया विरान की सीमा से दुरदसी ग्राम की सीमा तक जिन काश्तकारों की भूमि रेलवे ने अधिग्रहण ी थी। उससे कई गुना ज्याद भूमि बंदोबस्त करने वाले राजस्व निरीक्षक द्वारा करीब १०० बीघा भूमि रेलवे के नाम अंकित कर दी, जबकि पूर्व में मीटर गेज लाइन के दक्षिण दिशा में ५२ फीट की जमीन छोड़ी गई थी, एवं ५२ फीट की भूमि मीटर गेज के उत्तर दिशा में छोड़ी गई थी। जिसके ऊपर ब्राड गेज की रेलवे लाइन बिछाई गई थी। रेवले की मीटर गेज की दोनो तरफ रेलवे लाइन के खंभे थे। वह मवेशी चराने के लिए मोल लेते थे। रेलवे जबसे चली थी, भूमि यथावत थी। जिसका ग्वालियर स्टेट १९३६ में बंदोबस्त हुआ। उसके बाद से १९६०-६२ में मध्यप्रदेश शासन द्वारा बंदोबस्त कराया गया। वह जमीन यथावत थी, लेकिन नए बंदोबस्त ें १८.१३० हेक्टेयर भूमि रेलवे के नाम पर अंकित दी, जिसके नए नंबर २३, २५६, ७०२, ७६४, ९९९, १००१, १००४, १०१७, १०१८, १०१४ से सर्वे नंबर भूमि नक्शे में लापरवाही पूर्वक अंकित की है।

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