अमरीकी दूतावास की ओर से बताया गया कि छात्र वीजा दिवस के मौके पर दिल्ली व देश के अन्य भागों में स्थित कांसुलर अधिकारियों ने वीजा आवेदक विद्यार्थियों के साक्षात्कार लिए। भारत में अमरीकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने वीजा हासिल करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि वे भी एक युवा छात्र के रूप में पहली बार भारत आए थे। उन्होंने अपने जीवन में देखा कि ये अनुभव कितने परिवर्तनकारी हो सकते हैं।
गार्सेटी ने कहा कि छात्रों का आदान-प्रदान एक बेहतरीन उद्देश्य के साथ अमरीका-भारत के संबंधों का प्रमुख आधार है। अमरीकी शिक्षा छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और ज्ञान के वैश्विक नेटवर्क तक पहुंचने का अवसर प्रदान करने के साथ जीवन भर की समझ की नींव रखती है। इसलिए अधिक से अधिक भारतीय छात्रों को इन अवसरों के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस वर्ष दो लाख से अधिक भारतीय छात्र अमरीकी शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे हैं। यह अमरीका में पढ़ रहे अंतरराष्ट्रीय छात्रों का बीस प्रतिशत से अधिक है।
हर पांच में से एक वीजा भारतीय को
भारत में कांसुलर मामलों के कार्यवाहक मिनिस्टर काउंसलर ब्रेंडेन मुलार्की ने बताया कि पिछले साल रिकॉर्ड सवा लाख भारतीयों छात्रों को वीजा जारी किया गया था, जो किसी भी देश के लिए जारी किए गए वीजा से अधिक है। पिछले साल हर पांच में से एक छात्र वीजा भारत में जारी किया गया। इस साल पहले से कहीं अधिक छात्रों का साक्षात्कार लिया जाएगा।
निःशुल्क परामर्श सेवा
दूतावास के एक अधिकारी ने बताया कि अमरीका में पढ़ाई के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एज्यूकेशन यूएसए पोर्टल पर निशुल्क परामर्श देता है। इसके पेज सोशल मीडिया पर भी उपलब्ध हैं। इसके जरिए अमरीकी शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश और वीजा प्रक्रियाओं की जानकारी दी जाती है। एज्युकेशन यूएसए भारत में आठ परामर्श केंद्रों पर मान्यता प्राप्त अमरीकी शिक्षण संस्थानों से अवगत करवाता है।