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अमृतं जलम्: मरीजों की सेवा के साथ जल संरक्षण और स्वच्छता के लिए भी डॉक्टर्स आए आगे

-फुटेरा तालाब की सफाई में दिया श्रमदान, डेढ़ घंटे की तालाब की सफाई, निकाली दो ट्राली जलकुंभी

दमोहJun 02, 2024 / 07:42 pm

आकाश तिवारी

-फुटेरा तालाब की सफाई में दिया श्रमदान, डेढ़ घंटे की तालाब की सफाई, निकाली दो ट्राली जलकुंभी
दमोह. पत्रिका संस्थान द्वारा चलाए जा रहे अमृतं जलम् अभियान के क्रम में रविवार को जिला अस्पताल सिविल सर्जन के नेतृत्व में डॉक्टरों व अन्य स्टाफ ने डेढ़ घंटे तक श्रमदान किया। साथ में फुटेरा तालाब की बेहतरी के लिए निरंतर प्रयासरत युवा समाजसेवी नित्या प्यासी ने भी अपनी टीम के साथ पत्रिका के अभियान में जुड़े और घाट की सफाई की। साथ ही पानी में भरी जलकुंभी को हटाने में अपना सहयोग दिया। सुबह ६.३० बजे से सफाई अभियान शुरू हुआ। एक-एक कर डॉक्टर्स फुटैरा तालाब में एकत्र हुए।
वहीं, पूर्व से ही नपा सीएमओ सुुषमा धाकड़ के निर्देशन में नपा का सफाई अमला मौजूद था। अमले में आधा दर्जन कर्मचारी थे। इसके अलावा जलकुंभी व अन्य कचरा उठाकर ले जाने के लिए ट्रिपर वाहन व एक ट्रैक्टर-ट्राली मौजूद थी। सभी डॉक्टर्स के लिए हाथ में पहनने के लिए दस्ताने दिए गए। टोकरी और फावड़ा दिया गया। उत्साहित डॉक्टरों ने फुटेरा तालाब की खूबसूरती देखी और उसकी सफाई में जुट गए। एक-एक कर तालाब के किनारे पर जमा जलकुंभी को बाहर निकाला। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद जलकुंभी पूरी तरह से हटाई गई।
-अब सचेत होने की जरूरत
पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ लगाना जरूरी है। साथ ही प्राचीन तालाबों को सहेजकर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। वर्तमान में जिस तरह के मौसम देखने मिल रहे हैं। वह हमें सचेत कर रहे हैं कि हम पर्यावरण सुरक्षा को समझें और संतुलन बनाने के लिए पूरा प्रयास करें।
डॉ. राजेश नामदेव, सिविल सर्जन
-पौधों को पोषित करने की जरूरत
फुटेरा तालाब में पहले काफी गंदगी हुआ करती थी, लेकिन थोड़ी सख्ती के चलते अब तालाब में गंदगी पर अंकुश लगा है। हरियाली के लिए तालाब किनारों पर पौधे लगाए गए हैं, जिन्हें पोषित करने पर ध्यान दिया गया। इस वजह से यह पौधे अब बड़े हो चुके हैं।
नित्या प्यासी, समाजसेवी
-तालाब के कारण जल स्तर बढ़ता है
तालाब जहां-जहां हैं। उसके आसपास जमीन का जल स्तर कम नहीं होता है। तालाबों के सरंक्षण को लेकर प्रशासन, जनप्रतिनिधियों को आगे आना चाहिए। साथ ही जनता को भी जागरुक होना पड़ेगा। क्योंकि यही तालाब भीषण जल संकट से निजात दिला सकते हैं।
डॉ. राकेश राय, नेत्र विशेषज्ञ
यह रहे शामिल
फुटेरा तालाब में श्रमदान करने वालों में सिविल सर्जन डॉ. राजेश नामदेव, डॉ. राकेश राय,डॉ. मनीष संगतानी, डॉ. चक्रेश अहिरवार, डॉ. सोमेश मिश्रा, डॉ. नितिन सेन, डॉ. राघवेंद्र चौधरी, डॉ. सूर्यवंशी, डॉ. विक्रम पटेल, अकाउंटेंट भूपसिंह, अरविंद स्टोरकीपर, पुनीत मिश्रा फार्मासिस्ट, कृष्णकांत, स्वपनिल, रोशन, प्रभात, मोहन आदि शामिल थे। इसके अलावा नित्या प्यासी, मुरारी रायकवार, राघवेंद्र रायकवार, दिलीप रजक, महेंद्र रायकवार, पप्पू रायकवार, नंदन भैया ने भी श्रमदान किया।
-हाथ उठाकर दिलाई शपथ
सफाई अभियान के समाप्त होने के बाद डॉक्टर्स व अन्य ने एक दूसरे से शपथ ली। इसमें जल संरक्षण और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करने की बात कही।

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