लगातार बढ़ रही संख्या
कस्बे के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में ही युवाओं में ऐसी मोटरसाइकिलों का क्र्रेज बढ़ रहा है। युवाओं की ओर से बाइक्स लेकर उनमें साइलेंसर अलग से लगवाते है। तेज गति करने के बाद ऑन-ऑफ के बटन को दबाने से चिंगारियों के साथ पटाखे की आवाज निकलती है। यह आवाज इतनी जोर की होती है कि पास खड़ा व्यक्ति एक बार हकबका जाता है।नींद होती है खराब, तबीयत बिगडऩे की आशंका
कस्बे में ऐसी मोटरसाइकिलों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है। ये युवा गली मोहल्लों में भी तेज गति से निकलते है। विशेष रूप से दोपहर में तेज धूप के दौरान जब लोग घरों में आराम करते है, तब तेज आवाज के साथ पटाखे बजाने से आमजन को परेशानी हो रही है। इसमें भी छोटे बच्चों, वृद्धों व बीमार लोगों की नींद खराब हो जाती है और उनकी तबीयत बिगडऩे की भी आशंका रहती है।यह है नियम
यातायात नियमों के अंतर्गत बाइक में कंपनी जो साइलेंसर लगवाकर देती है, उसे बदलवा नहीं सकते है। यदि कोई व्यक्ति साइलेंंसर बदलवाकर तेज आवाज व पटाखे वाला साइलेंसर लगवाता है, तो पुलिस उसका चालान काटने के साथ साइलेंसर जब्त कर सकती है। इसके लिए मोटरयान अधिनियम में कार्रवाई का प्रावधान भी है।ऐसी मोटरसाइकिलों के तेज गति से निकलने और पटाखे बजाने की शिकायतें मिली है। अभियान चलाकर ऐसी मोटरसाइकिलों के चालान काटने व साइलेंसर जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
- सवाईसिंह तंवर, सहायक उपनिरीक्षक प्रभारी यातायात पुलिस, पोकरण