नहर के आसपास के 66 गांवों में धारा 144 लागु होगी
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि नहर के आसपास के 66 गांवों में धारा 144 लागु की जाएगी। आगामी 14 से 23 मई तक नविलुतीर्थ जलाशय से मलप्रभा तथा नरगुंद शाखा नहर से नवलगुद अण्णीगेरी, हुब्बल्ली तथा कुंदगोळ तालुक क्षेत्र के 58 पेयजल तालाबों में जलभराई की जाएगी।
…धारवाड़ में गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय सभा भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर बोलती जिलाधिकारी दिव्य प्रभु।
-मलप्रभा नहर को 14 से 23 मई तक पानी छोडेंगे
-पेयजल समस्या के समाधान के उपाय
-जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा
हुब्बल्ली-धारवाड़
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि नहर के आसपास के 66 गांवों में धारा 144 लागु की जाएगी। आगामी 14 से 23 मई तक नविलुतीर्थ जलाशय से मलप्रभा तथा नरगुंद शाखा नहर से नवलगुद अण्णीगेरी, हुब्बल्ली तथा कुंदगोळ तालुक क्षेत्र के 58 पेयजल तालाबों में जलभराई की जाएगी।
वे धारवाड़ में गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय सभा भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि सूखे के दौरान धूप से तापमान अधिक हो रहा है। जनता तथा पशुओं को पेयजल की समस्या हो रही है। इसके समाधान के लिए 10 दिन तक लगातार मलप्रभा दाएं छोर की नहरों से 0.5 टीएमसी (600 क्यूसेक) पानी चार तालुकों के 58 तालाबों को छोडा जाएगा।
उन्होंने कहा क नवलगुंद तालुक के 37 तालाब, अण्णीगेरी के 13, हुब्बल्ली के 7 तथा कुंदगोळ के 3 तालाबों में जल भराई की जाएगी। उन तालुकों के तहसीलदार, तालुक पंचायत कार्यकारी अधिकारी, सिंचाई विभाग एईई अधिकारियों को क्रियाशील होकर निगरानी रखनी चाहिए।
जिलाधिकारी प्रभु ने कहा कि नहर के लिए छोडा जाने वाला पानी केवल पीने के लिए मात्र इस्तेमाल किए जाना चाहिए। पीने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए पानी का उपयोग नहीं होने की दिशा में संबंधित अधिकारियों को कडी निगरानी करनी चाहिए। सिंचाई ििवभाग, राजस्व विभाग, हेस्काम, पुलिस तथा ग्रामीण पेयजल विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारियों के तीन दलों को तीन शिफ्टों में कार्य करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। सभी एक दूसरे को सहयोग करते हुए चार तालुकों के 7 उप विभागों के करीब 90 कि.मी. क्षेत्र के नहर के चौतरफा किसी प्रकार की समस्या नहीं होने के तौरपर निगरानी करते हुए कर्तव्य का पालन करना चाहिए।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गोपाल बैकोड ने कहा कि पानी छोडने के दौरान उन विभागों में पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
हेस्काम कार्यकारी अभियंता किरण कुमार ने कहा कि सूखे की स्थिति के चलते 58 तालाबों को संपूर्ण भर्ती किया जाएगा। पीने के पानी के अलावा अन्य उद्देश्य के लिए पानी का इस्तेमाल नहीं होने देना चाहिए। उन क्षेत्रों के सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता, पीडीओ, ग्राम लेखाधिकारी, पुलिस कर्मियों को अपने क्षेत्र में तेजी से कार्य करना चाहिए। हेस्काम अधिकारियों को पानी छोडने के समय सभी आईपीसेटों का विद्युत संपर्क काटना चाहिए। सेक्षन अधिकारियों को इसके लिए नियुक्त किया जाएगा।
बैठक में अपर जिलाधिकारी गीती सी.डी., उप विभागीय अधिकारी शालम हुसैन, जिला पंचायत उप सचिव विजयकुमार अजूर, मलप्रभा योजना क्षेत्रीय अधीक्षक अभियंता डॉ. एस.बी. मल्लिगवाड, बैहट्टी विभाग के ईई मनोहर बिस्नाळ, ग्रामीण पेयजल आपूर्ति विभाग के ईई आर.एम. सोप्पिमठ समेत जिले के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
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