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अध्ययन : इंसानों की तुलना में रोबोट पर ज्यादा भरोसा करते हैं बच्चे

बच्चे इंसान की बजाय रोबोट के निर्देशों में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे थे।

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नई दिल्ली. एआइ और रोबोट क्या इंसानों पर हावी हो रहे हैं? एक अध्ययन में ऐसी ही चिंताजनक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। कंप्यूटर इन ह्यूमन बिहेवियर में प्रकाशित एक शोध में सामने आया है कि बच्चे इंसानों की तुलना में रोबोट पर ज्यादा भरोसा करते हैं। इतना ही नहीं, जब रोबोट गलतियां करते हैं तो बच्चे उनके प्रति सहानुभूति रखते हैं। अध्ययन में तीन से छह साल की उम्र के 111 बच्चे शामिल थे। शोधकर्ता यह जानना चाहते थे कि बच्चे किस स्रोत को ज्यादा पसंद करते हैं और किस पर भरोसा करते हैं, क्योंकि उन्हें ऑफलाइन और ऑनलाइन दुनिया में हर रोज बड़ी संख्या में इनपुट मिलते हैं।
इंसान और रोबोट की फिल्में दिखाई गई
शोधकर्ताओं ने अपने प्रकाशित शोधपत्र में लिखा, जब आपस में उलट सबूतों का सामना करना पड़ता है तो बच्चे किससे सीखना चुनते हैं? इसके लिए बच्चों को कई समूहों में बांटा गया और उन्हें इंसानों और रोबोट की फिल्में दिखाई गईं, जिसमें वे नई और जानी-पहचानी दोनों तरह की वस्तुओं पर लेबल लगा रहे थे। इंसानों और रोबोट की विश्वसनीयता का परीक्षण इन्हीं लेबल को देखकर किया गया। शोधकर्ता बच्चों की इस सोच का आकलन कर रहे थे कि किस पर भरोसा ज्यादा किया जाए। बच्चे इंसान की बजाय रोबोट के निर्देशों में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे थे।
भविष्य में बढ़ेगी और दिलचस्पी
अध्ययन में कुछ बातें स्पष्ट नजर आईं। रोबोट और तकनीकों पर भरोसा के मामले में बच्चों की सोच अलग है। यह भी देखा गया कि छोटे बच्चों की तुलना में बड़े बच्चे रोबोट पर ज्यादा भरोसा करते दिख रहे थे। शोधकर्ता इस बात पर हैरान थे कि रोबोट की ऐसी कौनसी खूबी बच्चों की नजर में उसे बेहतर साबित करती है। हालांकि इसके साफ संकेत हैं कि भविष्य में तकनीक के प्रति दिलचस्पी और भरोसा बढ़ेगा।