लंबे समय से कर रहे निर्माण की मांग स्थानीय हरीश धुर्वे ने बताया कि डिंडोरी तथा अनूपपुर जिले के लोग विभिन्न कार्यों को लेकर एक दूसरे पर आश्रित हैं। दोनों ही जिलों के लोग इस मार्ग से आवागमन करते हैं। डिंडौरी जिले की सीमा से प्रारंभ होने वाली सड़क पक्की है लेकिन अनूपपुर जिले की सीमा से प्रारंभ होने वाली सड़क कच्ची होने की वजह से आवागमन करना मुश्किल होता है। इस मार्ग से डिंडोरी कम समय में वह पहुंच जाते हैं साथ ही दूरी भी कम होने से उन्हें राहत मिलती है, जिसको देखते हुए इसके निर्माण की मांग की गई है।
विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी है मार्ग यह मार्ग आम लोगों के साथ डिंडौरी जिले से आने वाले विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय में अध्यनरत डिंडौरी निवासी छात्र विकास चंदेल ने बताया कि कच्ची सड़क होने के कारण बारिश के मौसम में इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है। कच्ची मिट्टी होने के कारण वाहनों के पहिए यहां फंस जाते हैं, जिसकी वजह से बारिश के दिनों में इस मार्ग का उपयोग बंद हो जाता है।
मामले की जानकारी आपसे प्राप्त हुई है। सड़क के संबंध में जानकारी लेते हुए यदि यह लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत होगा तो इसका जल्द से जल्द सुधार कराया जाएगा। डीके कोस्टा, कार्यपालन अभियंता पीडब्ल्यूडी अनूपपुर