script8 साल से अटकी आइटीबीपी प्रोजेक्ट में हलचल, 25 दिन पहले मिले मुनादी के निर्देश | There is a stir in the ITBP project which was stuck for 8 years, instructions for announcement were received 25 days ago | Patrika News
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8 साल से अटकी आइटीबीपी प्रोजेक्ट में हलचल, 25 दिन पहले मिले मुनादी के निर्देश

-जिले के बटियागढ़ क्षेत्र के मगरोन में प्रस्तावित है भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) हथियार प्रशिक्षण केंद्र
-२०१६ में मिली थी स्वीकृति, २०१८ में मंजूर हुई थी ३२०० करोड़ रुपए की राशि

दमोहMay 21, 2024 / 08:27 pm

आकाश तिवारी

-जिले के बटियागढ़ क्षेत्र के मगरोन में प्रस्तावित है भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) हथियार प्रशिक्षण केंद्र
-२०१६ में मिली थी स्वीकृति, २०१८ में मंजूर हुई थी ३२०० करोड़ रुपए की राशि
दमोह. जिले के बटियागढ़ क्षेत्र के मगरोन में प्रस्तावित भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) खुलने का ८ साल से इंतजार हो रहा है। इनता वक्त बीत जाने के बाद भी अभी तक इस पर कोई काम शुरू नहीं हुआ है। बता दें कि मगरोन क्षेत्र में 1800 एकड़ भूमि पर हथियार प्रशिक्षण केंद्र बनाया जाना है। इसकी घोषणा 2016 में तत्कालीन सांसद प्रहलाद पटेल ने की थी। इसका प्रचार-प्रसार भी किया गया था। जानकारों की माने तो 2018 में आइटीबीपी के लिए भारत सरकार से 3200 करोड़ की स्वीकृति भी मिली थी, लेकिन स्वीकृत राशि लेप्स हो चुकी है या नहीं। इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। इधर, यह शूटिंग रेंज प्रोजेक्ट अभी तक जमीन पर नहीं उतर पाया है।
हालांकि अभी कुछ दिनों पहले इस बड़े प्रोजेक्ट में कुछ हलचल हुई है। रक्षा मंत्रालय ने २५ दिन पहले एक पत्र जारी कर प्रशासन से मगरोन-फतेहपुर क्षेत्र में मुनादी कराने के निर्देश दिए थे। इस पत्र से वापस इस शूटिंग रेंज के शुरू होने की उम्मीदें जाग उठी हैं। बटियागढ़ तहसीलदार रॉबिन जैन ने बताया कि २५ दिन पहले मुनादी कराने के संबंध में पत्र मिला था। फायरिंग रेंज के अंतर्गत आने वाले गांवों में मुनादी करा दी गई है।
-बड़ी उपलब्धि है आईटीबीपी
बता दें कि देश का सबसे बड़ा शस्त्र प्रशिक्षण केंद्र जिले में खुलने वाला है। इसके लिए स्थान का चयन किया जा चुका था। जमीन भी मिल गई थी। बटियागढ़ के मगरोन इलाके में एक हजार एकड़ जमीन पर इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) को रक्षा मंत्रालय से मंजूरी मिल गई थी।
-३२०० करोड़ रुपए बनना है फायरिंग रेंज
जानकारों के अनुसार शस्त्र प्रशिक्षण केंद्र खुलने से रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं। 32 सौ करोड़ रुपए से यहां पर फायरिंग रेंज स्थापित होती तो सेना के 700 ट्रेनर यहां फौज को ट्रेनिंग देंगे। इस रेंज करीब डेढ़ हजार लोगों का स्टाफ मिलने की संभावना जताई जा रही है। इधर, जिले को रक्षा मंत्रालय की नजरों में खास जगह मिल सकती थी।
-रोजगार के बढ़ेंगे अवसर, पलायन पर भी लगेगी लगाम
इस प्रशिक्षण केंद्र से यहां के लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढेंग़े। साथ उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी।बुदेलखंड की पलायन की समस्या पर कुछ हद तक रोक लग पाएगी।
आगे की प्रक्रिया की नहीं जानकारी…
आइटीबीपी की तरफ से २५ दिन पहले एक पत्र मिला था। इसमें मगरोन-फतेहपुर क्षेत्र में मुनादी कराने के निर्देश दिए गए थे। हमारे स्तर से मुनादी करा दी गई है। आगे की प्रक्रिया क्या होगी। इस बारे में अभी जानकारी नहीं है।
रॉबिन जैन, तहसीलदार बटियागढ़
वर्शन

आईटीबीपी के संबंध में जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूर्व में ही पूरी हो चुकी है। इसके शुरू होने में कितना वक्त लगेगा यह जानकारी मुझे नहीं है।

महेंद्र गुप्ता, एसडीएम पथरिया
जिला अस्पताल के वायरल वीडियो मामले में कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश
दमोह. जिला अस्पताल में घायल के साथ स्टाफ द्वारा किए गए अमानवीय बर्ताव के वायरल वीडियो मामले में कलेक्टर ने सिविल सर्जन को जांच के आदेश दिए हैं। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा कि जिला अस्पताल से संबंधित सीसीटीवी फुटेज दिखाए गए हैं। इसमे मरीज के साथ कथित तौर पर अस्पताल के कर्मचारियों के द्वारा बर्बरता पूर्ण व्यवहार किया गया है। उन्होंने कहा इस वीडियो का तत्काल संज्ञान लिया गया है और इसके पहले भी इस संबंध में एक-दो दिन पहले शिकायत आई थी। उसे सिविल सर्जन को तीन दिन के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया था। यह वीडियो भी जांच के लिए उनको भेजा गया है। बुधवार तक इसमें जांच की कार्रवाई पूरी हो जाएगी और जैसे ही रिपोर्ट आती हैं, जो भी दोषी है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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