Weather Update: मौसम का मिजाज गुरुवार को कई बार बदला। दोपहर तक तेज धूप का असर दिखा। हवा चलने के बावजूद गर्माहट रही। शाम को काले बादलों ने आसमान घेर लिया। हवा संग धूल भी उड़ी। अधिकतम तापमान 37.0 और न्यूनतम 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
सुबह धूप निकलते ही मौसम में गर्माहट हो गई। दोपहर होते-होते धूप तीखी हो गई। लोग छायादार स्थानों पर बैठे नजर आए। गर्मी के चलते लोगों को पंखे चलाकर बैठना पड़ा। दोपहर तक कमोबेश यही हाल रहा। करीब 2.30 बजे बाद बादलों की उमड़-घुमड़ शुरू हो गई। सूरज के बादलों में छुपने से कड़क धूप और गर्मी से राहत मिली।
तापमान में उतार-चढ़ाव कायम पश्चिमी विक्षोभ के चलते सूरज की प्रचंडता कम हो गई थी। पारे में लगातार उतार-चढ़ाव का दौर कायम है। यह लगातार 34 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच घूम रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो-तीन दिन बादल छाने के अलावा बरसात होने की संभावना है। 24 अप्रेल से वैशाख माह की शुरुआत होगी। इसमें सूरज की तपन और गर्म हवा के थपेड़े परेशान करेंगे।
पेयजल की अच्छी नहीं स्थिति जिले में पेयजल की स्थिति अच्छी नहीं है। एक तरफ जलापूर्ति के एक मात्र स्त्रोत यानि बीसलपुर बांध में पर्याप्त पानी नहीं है। दूसरी ओर अंधाधुंध जलदोहन से पूरा जिला डार्क जोन में है। यही स्थिति रही तो आने वाले दो-तीन साल में हालात बेहद खराब हो जाएंगे। सरकार जलदोहन रोकने और पेयजल इंतजाम को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है।
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परीक्षा से ठीक 7 दिन पहले छूटा मां का साथ, UPSC में सफलता पाकर आई मां की याद, छलक पड़े आंसू डार्क जोन में पूरा जिला कृषि कार्यों, व्यावसायिक और घरेलू उपयोग के लिए लोग अंधाधुंध जल दोहन से समूचा अजमेर जिला डार्क जोन में है। भूजल विभाग प्रतिवर्ष मानूसन पूर्व और मानसून समाप्ति के बाद भूजल स्तर मापन करता है। इसके लिए जिले की नौ पंचायत समितियों में 350 कुएं चिह्नित हैं। भूजल स्तर की जिले की रिपोर्ट गंभीर है।
अवैध ढंग से जिले में बोरिंग जारी अंधाधुंध जल दोहन रोकने में सरकार नाकाम है। अवैध ढंग से जिले में बोरिंग जारी है। जिला प्रशासन और पुलिस यदा-कदा बोरिंग मशीन जब्त करते हैं। भूजल दोहन वाले क्षेत्र में लोगों को नोटिस भी नहीं जारी होते हैं। यही वजह है, कि अजमेर जिले की स्थिति साल दर साल खराब हो रही है।
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चुनाव से एक दिन पहले पलटा राजस्थान का मौसम, IMD ने जारी किया बड़ा Alert पंचायतवार यह है जिले की स्थिति …अरांई: भूजल-5131.19 है.मीटर, दोहन-5651.73 (है.मीटर), स्थिति-110.14 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन)
भिनाय: भूजल-4443.10 है.मीटर, दोहन-5609.61 (है.मीटर), स्थिति-125.25 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन) जवाजा: भूजल-1885.11 है.मीटर, दोहन-3079.21 (है.मीटर), स्थिति-163.34 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन) केकड़ी: भूजल-5429.74 है.मीटर, दोहन-9145.01 (है.मीटर), स्थिति-168.42 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन) मसूदा: भूजल-3879.85 है.मीटर, दोहन-4347.17 (है.मीटर), स्थिति-112.04 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन)
पीसांगन: भूजल-6820.62 है.मीटर, दोहन-12168.04 (है.मीटर), स्थिति-178.40 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन) सिलोरा: भूजल-3461.95 है.मीटर, दोहन-5744.79 (है.मीटर), स्थिति-165.94 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन) सरवाड़: भूजल-1688.83 है.मीटर, दोहन-2212.23 (है.मीटर), स्थिति-130.99 प्रतिशत दोहन (डार्क जोन) श्रीनगर: भूजल-3160.25 है.मीटर, दोहन-5644.58 (है.मीटर), स्थिति-178.61 दोहन (डार्क जोन)