आरटीओ के परिवर्तन अधिकारी अजय मिश्र ने बताया कि ग्रेटर-नोएडा नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का रुकना मना है। इसके बावजूद बस चालक जगह-जगह बसों को रोककर यात्रियों को उतारते और बिठाते हैं। इस कारण दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। बीते बुधवार कलौंदा निवासी जायदा अपनी धेवती (बेटी की बेटी) फरीन, भतीजी साहिबा, नाजरीन, सुबिया, अंजुम, शाहिद व अरमान समेत 9 लोगों को ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेसवे पर बस चालक ने सालारपुर अंडरपास से कुछ दूर पहले उतार दिया था।
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बैंकों में नकली सोना गिरवी रख करोड़ों की धोखाधड़ी, मास्टरमाइंड बाप-बेटी समेत 5 गिरफ्तार, ऐसे खुला राज जब सभी यात्री यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते पैदल ही सालारपुर अंडरपास की तरफ बढ़ रहे थे। इसी दौरान पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। इस हादसे में एक बुजुर्ग महिला और उसकी धेवती की मौत हो गई। जबकि एक किशोरी गंभीर रूप से घायल हो गई। वहीं अन्य 6 लोग बाल-बाल बच गए।
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Meerut RTO News : नए वाहनों के पंजीकरण शुल्क के साथ 15 साल पुराने वाहनों के फिटनेस शुल्क में आठ गुना बढ़ोत्तरी भविष्य में भी जारी रहेगी कार्रवाई आरटीओ के परिवर्तन अधिकारी अजय मिश्र ने बताया कि बिहार, गोरखपुर व अन्य शहरों से दिल्ली आ रही और अवैध रूप से संचालित की जा रही बसों के खिलाफ यातायात पुलिस के साथ मिल कर संयुक्त अभियान चलाया गया है। जो बस चालक यातायात परमिट की शर्तों का उल्लंघन कर बस रोककर यात्रियों को उतार रहे थे। उनके खिलाफ कार्यवाही की गई है। इस कार्रवाई में 10 बसों को अवैध संचालन के कारण सीज किया गया है। जबकि 15 बसों का चालान किया गया है। अजय मिश्र ने बताया कि विभाग इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रखेगा।