एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि थाना शहर कोतवाली क्षेत्र में नकली सोने को असली बताकर धोखाधड़ी कर बैंक से लोन लेने वाले एक बड़े गैंग का खुलासा किया गया है। ये गैंग नकली सोना बनाकर बैंकों में गोल्ड लोन के नाम पर जमा करते हुए धोखाधड़ी कर लोन लेता था। इसकी जानकारी तब हुई जब बैंक ने उस गोल्ड की जांच कराई और वह नकली निकला। गैंग के सरगना राजेश अग्रवाल, उसकी बेटी श्रेया और तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार किया गया है।
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सीएम योगी का ऐक्शन, सोनभद्र डीएम व गाजियाबाद एसएसपी निलंबित बैंक को इस तरह भेजी जा रही थी फर्जी रिपोर्ट गिरफ्तार आरोपियों में एक धर्मेंद्र सैनी भी है, जो उस सर्राफ की दुकान पर काम करता था। जहां से बैंक सोने की जांच कराकर सर्टिफिकेट जारी कराती थी। धर्मेन्द्र सैनी जांच के समय हेराफेरी कर फर्जी सर्टिफिकेट जारी कर देता था और उसी के आधार पर ये गैंग बैंकों से लोन पास करा लेता था। अब तक ये गैंग लगभग 3 करोड़ रुपये का लोन ले चुका है। वहीं इस गैंग के 16 सदस्य अभी भी फरार चल रहे हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
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शराब देख घर में चोरी करना भूला चोर और पूरी बोतल गटक कर हो गया टल्ली, जानें फिर क्या हुआ मास्टरमाइंड ने तैयार किए नकली सोने के जेवरात पुलिस के अनुसार, मास्टरमाइंड राजेश अग्रवाल सुनार का काम करता है। वह खुद ही नकली सोने के जेवर तैयार करता था। इसके बाद देव टंच के नौकर धर्मेंद्र सैनी के साथ मिलीभगत करते हुए फर्जी टंच की रिपोर्ट बनवाई और चार बैंकों से गोल्ड लोन ले लिया। राजेश लोन की रकम का 60 प्रतिशत हिस्सा खुद रखता था और 40 प्रतिशत उस व्यक्ति को देता था, जिसके नाम पर लोन लिया जाता था।