दरअसल, ग्रांट 2018 कार्यक्रम का आयोजन देश में रहने वाले गरीब लोगों के लिए हर क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले तीन एनजीओ को चुनने के लिए किया गया। जिसमें राजनाथ सिंह ने तीन हजार दावेदारों में से चुने गए तीन एनजीओ को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। इन तीनों एनजीओ को एचसीएल की तरफ से ग्रांट दी जाएगी। इस मौके पर राजनाथ सिंह के साथ केन्द्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा, एचसीएल के फाउंडर
शिव नाडर व जिलाधिकारी बी.एन सिंह मौजूद थे।
कार्यक्रम में गृहमंत्री ने लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 70 वर्षों में देश का जितना विकास होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ। इसलिए लोग अभी भी गुरबत की जिदगी जी रहे हैं। भारत को स्वावलंबी बनाना है तो सरकार के साथ सामाजिक संगठनों को मिलकर काम करना होगा। तभी देश जीडीपी के साथ-साथ मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में भी विश्व में सबसे आगे होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश की जीडीपी 7.5 फीसद है और यह विश्व में आठवें पायदान पर है। हमारा देश भारत विश्व की फास्टेसट ग्रोइंग इकोनोमी में शामिल है। जबकि खरीदारी के मामले में हम तीसरे स्थान पर हैं। वहीं मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में 131वें स्थान पर है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की तरक्की तब तक नही हो सकती जब तक गरीबी खत्म नही होगी। गरीबों को अच्छी चीजे मिले, अच्छी सुविधाए मिले। इसका जितना दायित्व सरकारों का है उतना ही दायित्व देश मे कॉर्पोरेट सेक्टर का भी है।