दरअसल, नोएडा के गौतमबुद्ध नगर से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. अरविंद सिंह को लोकसभा टिकट मिलते ही उनका विरोध शुरू हो गया है। जिसके बाद प्रभारी चयनिका उनियाल सेक्टर-53 स्थित महानगर कांग्रेस कार्यालय पहुंची और पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ बातचीत की। वहां भी कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उनका विरोध किया, लेकिन बंद कमरे में। हालांकि संगठन के नेताओं के साथ जो सभा हुई, उसमें सभी ने उनका सहयोग कर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लिया। यहां भी नेता दो धड़ों में नजर आए। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने तो बंद कमरे में प्रभारी चयनिका उनियाल के सामने अपना विरोध दर्ज कराया और वहां से निकल गए। रुठों को मनाने की कोशिश यहां 50-50 ही रही।
नोएडा के बाद डॉ. अरविंद का काफिला ग्रेटर नोएडा की ओर रवाना हुआ। वहां जिला कार्यालय पर पहुंचते ही विरोध में नारे बुलंद हो गए। कई वरिष्ठ नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि इस प्रत्याशी के समर्थन का प्रश्न ही पैदा नहीं होता है। वहां पर भी रूठे कार्यकर्ताओं और नेताओं को मनाने के लिए प्रभारी चयनिका उनियाल आगे आईं।
माइक पर उन्होंने सोनिया, राहुल और प्रियंका का हवाला देकर उन्हें शांत कराने और गुस्सा थूकने की अपील की, लेकिन उसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला। वहां भी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नोएडा के एक वरिष्ठ नेता की तरह ही मुखर होकर विरोध किया। मसलन, ग्रेटर नोएडा में भी संगठन के नेता दो धड़ों में बंटे नजर आए।