यूपी के इस शहर में धनतेरस पर टूटा पिछले दस साल का रिकाॅर्ड, 800 करोड़ के पार पहुंचा व्यापार
इन लोगों को मिलेंगा फ्री में इलाज
बता दें कि अक्सर रोशनी के त्याेहार दिवाली पर आग लगने के ज्यादातर मामले सामने आते है। इसकी वजह पटाखें मुख्य रूप से होते है।इसकी चपेट में आने से कर्इ लोगों झुलस जाते हैं। कर्इ बार उन्हें सरकारी अस्पताल पहुंचने में देरी व प्राइवेट अस्पतालों में रुपया न दे पाने की वजह से इलाज नहीं मिल पाता। एेसे में दिवाली के दिन सरकारी अस्पताल के साथ निजी अस्पताल में पटाखों के चलते जलने वाले मरीजों को नि:शुल्क उपचार मिल सकेगा। सीएमओ डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि ऐसे लोग पास के सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पताल में इलाज करा सकते हैं।उन्होंने बताया कि इस आदेश का पालन न करने वाले निजी अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
डाॅक्टरों की भी लगार्इ ड्यूटी
वहीं सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में दिवाली के दिन फिजिशियन, सर्जन और आई सर्जन की ड्यूटी लगा दी गई है। जिससे आकस्मिक घटना होने पर तुरंत मरीज को उपचार मिल सके। एंबुलेंस के लिए भी रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं शहर में जगह जगह अग्निशमन विभाग के फायर टेंडर आैर टीम मौजूद रहेगी। जिससे किसी भी आगजनी की सूचना पर फायर टेंडर को पहुंचने में देरी न हो आैर समय पर आग को बुझाने के साथ ही अनहोनी को रोका जा सकें।