कांवड़ मार्ग पर बंद रहेंगी दुकानें गाजियाबाद में यूपी गेट व आनंद विहार से लेकर मोदीनगर तक पड़ने वाले कांवड़ मार्ग पर शराब व मीट की दुकानें बंद रहेंगी। एडीएम सिटी हिमांशु गौतम का कहना है कि प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। शिविराें में खाने का सामान चेक करने की जिम्मेदारी भी खाद्य सुरक्षा विभाग की है। विभाग नियमित तौर शिविरों में खाने के सामान की गुणवत्ती की जांच करेगा।
मेरठ में भी तैयारी शुरू वहीं, मेरठ में भी कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। मेरठ में भी जिन रास्तों से शिवभक्त गुजरेंगे, उन पर कांवड़ यात्रा के दौरान मीट और शराब की दुकानें बंद करा दी जाएंगी। हरिद्वार से दिल्ली के बीच पड़ने वाली शराब की दुकान और मीट दुकानों को भी बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
किया जाएगा रूट डायवर्जन मेरठ के डीएम अनिल धींगरा का कहना है कि कांवड़ यात्रा शुरू होते ही मीट और शराब की दुकानें बंद करा दी जाएंगी। इसके अलावा खतौली से मुरादनगर नहर की पटरी के लिए रूट डायवर्ट किया जाएगा। कांवड़ यात्रा के दौरान असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे।
अस्थायी स्पीड ब्रेकर बनेंगे उन्होंने यह भी कहा कि शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए स्पीड ब्रेकर भी बनाए जाएंगे। उनका कहना है कि हरिद्वार से मेरठ तक करीब 500 अस्थायी स्पीड ब्रेकर लगेंगे। इसके अलावा कांवड़ मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। हर 500 मीटर की दूरी पर शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
शिविर लगाने के लिए आने लगे आवेदन वहीं, शिविर लगाने के लिए प्रशासन के पास लोग आने लगे हैं। गाजियाबाद में एडीएम सिटी के ऑफिस में अब तक 35 आवेदन पहुंच चुके हैं। उन्हें एनओसी के लिए पुलिस, बिजली व फायर ब्रिगेड समेत कई विभागों को भेजा गया है। एनओसी आने के बाद शिविर की अनुमति दी जाएगी। मेरठ में भी शिवभक्तों की सेवा करने के लिए शिविर लगाने की अनुमति मांगी जा रही है। मेरठ के डीएम का कहना है कि शिविर में व्यवस्था की जिम्मेदारी शिविर संचालकों की होगी। संचालकों को शिविर में महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था करने के आदेश दिया गया है।