सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने कहा कि विकास और आबादी का दबाव प्राकृतिक संसाधनों पर पड़ता है। इसलिए इस बार ऐसे पौधे भी उपलब्ध होंगे जो प्रदूषण कम करने में सहायक है। इसके साथ वर्टिकल गार्डन की योजना भी बनाई जा रही है। प्रतिबंधित प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर लोगों को नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूक किया जा रहा है। तीन दिवसीय फ्लावर शो में कुल 80 स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें 35 बागवानी के फूलों की प्रदर्शनी लगाई गई है।
नर्सरी संचालकों को भी मेले में स्थान दिया गया है। इस प्रदर्शनी में खूबसूरत फूल और उनकी सजावट लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। जिन्हे उत्तर रेलवे, एनडीएमसी, इंडियन आर्मी, कोटा हाउस, भारत पैट्रोलियम, एलजी, एडोबी, एनआईआईटी, दिल्ली पब्लिक स्कूल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण, बाल भारतीय स्कूल जैसे संस्थानों की विकसीत और परदर्शित किया गया है।
मेले का मुख्य आर्कषण लैंडस्केपिंग, सब्जियों पर नक्काशी कला, रंगोली, चित्रकला और पुष्प प्रतियोगिता होगी। और सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। प्रदर्शनी का समापन 23 फरवरी को होगा। मेले में आने वाले लोग नोएडा स्टेडियम के गेट नंबर-6 से प्रवेश कर सकेंगे। इसमें प्रवेश निशुल्क रहेगा। यह आयोजन सुबह 10 से रात 8 बजे तक चलेगा।