यह भी पढ़ें
रैगिंग के आरोपों में घिरी मेडिकल की दो छात्राएं ‘निलंबित’
यह पैंगोलिन ( pangolin ) गहरे-भूरे या पीले-भूरे रंग का दुर्लभ प्रजाति का है. इसका वजन करीब 17 किलो व लंबाई तीन फीट है। देखने में यह कुछ-कुछ सांप और छिपकली की तरह दिखाई देता है. बहलोलपुर चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि एक सूचना के आधार पर वह बहलोलपुर गांव में पहुंचे थे। वहां नाली में दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलिन था। आस पास मौजूद लोग उसे परेशान कर भगाने का प्रयास कर रहे थे। ग्रामीण के डर से वह नाली में छिप गया था । किसी तरह पैंगोलिन को नाली से बाहर निकाला गया। इसके वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। प्रभागीय वनाधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बहलोलपुर गांव से मिले पैंगोलिन को अब सुरक्षित स्थान पर भेजने की तैयारी की जा रही है। पैंगोलिन अधिकांश यमुना खादर क्षेत्र में पाया जाते हैं। यह भी पढ़ें