महामारी का प्रकोप कम हुआ तो सीआरपीसी की इस धारा को हटा लिया गया। लेकिन, जैसे ही कोराेना वायरस के नए वेरिएंट ने देश में दस्तक दी तो उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों फिर से धारा 144 लागू कर दी गई है। सोचने वाली बात ये है कि जिस तरह से सत्ता और विपक्ष एक के बाद एक बड़ी-बड़ी चुनावी रैलियां कर रहे हैं, क्या उससे संक्रमण नहीं बढ़ेगा? इसके साथ ही क्या बाजारों में उमड़ती भीड़ भी क्या कोविड के प्रसार में सहायक नहीं होगी? अगर हां तो फिर नाम के लिए धारा-144 लगाने का क्या फायदा है?
नोएडा•Dec 09, 2021 / 05:20 pm•
lokesh verma