-हरिप्रसाद चौरसियाए, देवास, मध्यप्रदेश …………… एग्जिट पोल तथ्य पर आधारित नहीं एग्जिट पोल जनता की प्रतिक्रियाओं पर आधारित होते हैं, न कि तथ्य पर। यदि पूर्ववर्ती चुनावों को देखा जाए तो एग्जिट पोल पूर्ण रूप से सफल सिद्ध नही हुए है।
-विनायक गोयल, रतलाम, मध्यप्रदेश ………… जमीन आसमान का अंतर एग्जिट पोल सामान्य सर्वे के आधार पर होते हैं। यह सही भी हो सकता है और गलत भी। कई बार एग्जिट पोल और चुनाव परिणाम में जमीन आसमान का अंतर होता हैं।
-संजय, बैतूल …………… सच नहीं आता सामने एग्जिट पोल में बिना किसी लाग-लपेट के जनता के बीच जाकर सर्वे किया जाता हैं। इस सर्वे में वे मतदाता भी शामिल होते हैं, जो सच नहीं बताते हैं। इससे सही बात सामने नहीं आ पाती।
-सुरेन्द्र कुमार राजपुरोहित, बीकानेर ………….. विश्वसनीय नहीं होते आंकड़े एग्जिट पोल एक रुझान है जिसकी विश्वसनीयता नहीं होती। इस विधानसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल के आंकड़े निश्चित रूप से सटीक नहीं होंगे।
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़, छत्तीसगढ़ ……….. विश्वसनीयता पर सवाल एग्जिट पोल की सटीकता उसके सर्वे करने के तरीके तथा सर्वे के आकार पर निर्भर करती है। वर्तमान में सोशल मीडिया के जमाने में जहां मतदाता को प्रभावित करने वाले बहुत सारे कारक मौजूद हैं, उसमें मतदाता के मन की थाह लेना बड़ा मुश्किल काम है। पिछला इतिहास एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगाता है।
-सुनील स्वामी, रामगढ़, हनुमानगढ़ …………….. एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगाया जाए एग्जिट पोल अपने आप में सट्टा बाजार को बढ़ावा देते हैं। परिणाम विपरीत आने पर वाद विवाद की स्थिति बन जाती है। एग्जिट पोल पर विश्वास किया जाना न्यायोचित नहीं है। एग्जिट पोल पर चुनाव आयोग को स्थाई रूप से प्रतिबंध लगा देना चाहिए।
-मुकेश जैन, झालावाड़