अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित करना चाहिए। उन्हें पेड़-पौधे लगाने के तरीके के साथ उनकी देखभाल के बारे में भी बताना चहिए। सरकार की ओर से बारिश के मौसम में घर-घर निःशुल्क पौधे वितरण करने चाहिए।
— आजाद पूरण सिंह राजावत, जयपुर
………………………………………………………..
मनुष्य व पशु-पक्षियों का जीवन वृक्षों पर ही निर्भर है। पेड़ जलवायु व वातावरण पर नियंत्रण रखते हैं। पर्यावरण को शुद्ध, स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने के लिए वृक्ष लगाना आवश्यक हैं। पेड़ पौधों से ही फल-फूल जैसे पोषक व भोज्य पदार्थ प्राप्त होते हैं। इस प्रकार पेड़ों के महत्व को बताते हुए लोगों को वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
— आलोक ब्यौहार, सिहोरा (म. प्र.)
…………………………………………….
ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए सभी सामाजिक, धार्मिक और विकास समितियों को जन जागरण अभियान के तहत एक प्लेट फॉर्म पर लाना होगा। ,पेड़ों के लिए एक अलख जगानी होगी। स्कूलों मे भी बच्चों को पेड़ों का महत्व बताना होगा कि किस तरह से पेड़ों की कटाई के दुष्परिणाम देखने को मिल रहे है। पानी की कमी, तापमान का दिन प्रतिदिन बढ़ना निश्चय ही पेड़ों की कटाई का ही परिणाम है। जिसको जन जागरण अभियान के तहत ही पेड़ों रोका जा सकता हैं।
— आशुतोष शर्मा एडवोकेट, जयपुर
………………………………………………..
हमें पेड़ों के फायदे बताने होंगे एक- एक पेड़ अनमाेल है। अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए। जब तक पेड़ बनाएं, उनकी देखभाल करें। पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ों के महत्व को समझना होगा।
— साजिद अली, इंदौर
…………………………………………………….
— सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ एमसीबी, छत्तीसगढ़
…………………………………………………..
विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को वृक्षारोपण हेतु प्रेरित किया जा सकता है। इस कार्य में कृषि, उद्यानिकी, स्थानीय निकाय एवं वन विभाग की सहभागिता भी सुनिश्चित होना चाहिए। व्यक्तिगत वृक्षारोपण पर सरकार लोगों को कुछ प्रोत्साहन भी दे सकती है। वृक्षारोपण के बाद की देखभाल एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी बेहतर तरीके से निभाने पर ही वृक्षारोपण जीव जगत के लिए उत्तम फलदायी सिद्ध हो सकता है।
— ललित महालकरी, इंदौर
……………………………………………………
ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने के लिए सरकार को हर घर हरियाली योजना चलानी चाहिए।घर के किसी एक सदस्य के नाम से ट्री गार्ड में इसे अंकित किया जाना चाहिए। सरकारी स्थानों का चिन्हांकन कर वन विभाग व सामाजिक संगठनों का सहयोग लेना चाहिए। स्कूल, कॉलेजों, कार्यालयों, कारखानों आदि स्थानों पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण हो।
- आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़